GDA Expansion: 16 Villages of Hapur and Pilkhuwa to Join Ghaziabad Development Authority – Full List
गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी में शामिल होंगे हापुड़-पिलखुवा के 16 गांव, जानिए पूरी लिस्ट और विकास योजनाओं पर असर
AIN NEWS 1 गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में शहरी विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी चल रही है। गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी (GDA) अपने क्षेत्र का विस्तार करने जा रही है। इस विस्तार योजना के तहत हापुड़ और पिलखुवा क्षेत्र के 16 गांवों को जीडीए के दायरे में लाने की तैयारी है। इसके लिए रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और अब 27 अगस्त को होने वाली जीडीए बोर्ड बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
विस्तार योजना का उद्देश्य
जीडीए के अनुसार, इन गांवों को शामिल करने से शहर का भौगोलिक क्षेत्र बढ़ेगा और विकास की गति तेज होगी। इससे न केवल नई आवासीय और औद्योगिक योजनाओं के लिए जमीन उपलब्ध होगी, बल्कि आधारभूत सुविधाओं का विस्तार भी तेज़ी से हो सकेगा। अधिकारियों का मानना है कि इस कदम से गाजियाबाद और आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी।
कमेटी की भूमिका और रिपोर्ट
मेरठ के मंडलायुक्त के निर्देश पर जीडीए ने चार सदस्यीय समिति गठित की थी, जिसमें गाजियाबाद के डीएम, हापुड़ के डीएम, जीडीए उपाध्यक्ष, हापुड़-पिलखुवा उपाध्यक्ष और जीडीए सचिव शामिल थे। इस समिति को प्रस्तावित क्षेत्र का अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी। समिति ने सर्वे और भू-अभिलेखीय जांच के बाद पाया कि ये 16 गांव जीडीए की प्रशासनिक सीमा में लाए जा सकते हैं।
जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि समिति की रिपोर्ट तैयार हो चुकी है और अब इस पर अंतिम फैसला बोर्ड बैठक में लिया जाएगा।
शामिल होने वाले 16 गांवों की सूची
विस्तार योजना के तहत जिन गांवों को जीडीए में शामिल करने की तैयारी है, वे हैं:
1. नाहल
2. मोहउद्दीनपुर डबारस
3. निडोरी
4. मसौता
5. शामली
6. अफसरशाहपुर
7. अतरौली
8. अव्वलपुर
9. जोया
10. कनकपुर
11. औरंगाबाद दतेड़ी
12. मुकिमपुर
13. ईशकनगर
14. नहाली
15. नगौला अमीरपुर
16. मसूरी क्षेत्र के गंगा कैनाल के पूर्वी और पश्चिमी इलाके का पूरा क्षेत्र
विकास योजनाओं पर असर
इन गांवों के जीडीए में शामिल होने के बाद यहां आधारभूत संरचना और शहरी सुविधाओं का तेजी से विकास होगा।
आवासीय योजनाएं: नए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन उपलब्ध होगी।
औद्योगिक इकाइयां: उद्योगों को स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थान मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
सड़क और परिवहन नेटवर्क: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और प्रस्तावित ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के कारण परिवहन सुविधाएं बेहतर होंगी।
प्रमुख परियोजनाएं और कनेक्टिविटी
गाजियाबाद और हापुड़-पिलखुवा की सीमा से होकर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे गुजरता है, जिससे दिल्ली और एनसीआर के अन्य हिस्सों तक आसान पहुंच मिलती है। इसके अलावा पिलखुवा की तरफ एक ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव है, जिसके लिए विजिबिलिटी स्टडी शुरू हो चुकी है। इस परियोजना की जिम्मेदारी भी जीडीए के पास है।
जमीन की जरूरत और रणनीति
गाजियाबाद शहर के विस्तार के लिए जमीन की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। प्रशासनिक जांच में पाया गया कि हापुड़-पिलखुवा के ये गांव विकास कार्यों के लिए उपयुक्त हैं और जीडीए की सीमा में लाए जा सकते हैं। इन गांवों के शामिल होने के बाद जीडीए को योजनाओं के क्रियान्वयन में आसानी होगी और उसकी आय में भी इजाफा होगा।
पिछली बैठकों की झलक
18 मार्च 2025 को मेरठ में हुई जीडीए की 168वीं बोर्ड बैठक में इन 16 गांवों को प्राधिकरण क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया था। इसके बाद ही समिति गठित कर दी गई थी, जिसने अब विस्तृत रिपोर्ट बोर्ड को सौंपने की तैयारी कर ली है।
स्थानीय लोगों की उम्मीदें
गांवों के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जीडीए के दायरे में आने से उन्हें बेहतर सड़कें, जलापूर्ति, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही, संपत्ति के दामों में भी बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
The Ghaziabad Development Authority (GDA) is set to expand its jurisdiction by including 16 villages from the Hapur and Pilkhuwa region. This move aims to boost urban development, improve infrastructure, and create opportunities for residential and industrial projects. With connectivity to the Eastern Peripheral Expressway and the proposed Orbital Rail Corridor, these villages will benefit from enhanced transport facilities. The inclusion will also increase GDA’s revenue and accelerate planned development in the region.



















