Ghaziabad Bulldozer Action: Illegal Colony Demolished, GDA Continues Crackdown on Unauthorized Constructions
गाजियाबाद में चला बुलडोजर: 10 हजार वर्ग गज की अवैध कॉलोनी ध्वस्त, जीडीए ने दिखाई सख्ती
AIN NEWS 1: गाजियाबाद में अवैध निर्माण के खिलाफ जीडीए ने एक बार फिर सख्त रवैया अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने जोन-पांच स्थित गालंद गांव में 10 हजार वर्ग गज में विकसित की गई अवैध कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया। यह कॉलोनी सचिन त्यागी और राहुल त्यागी द्वारा तैयार की जा रही थी।
बड़ी कार्रवाई: अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर
GDA की प्रवर्तन टीम ने मंगलवार को गालंद के खसरा संख्या 327 और 329 पर बने निर्माण को पूरी तरह तोड़ दिया। यह कॉलोनी बिना किसी अनुमति के बनाई जा रही थी और प्रशासन को इसकी शिकायतें मिल रही थीं।
जैसे ही बुलडोजर कार्रवाई शुरू हुई, स्थानीय लोगों और निर्माणकर्ताओं ने विरोध करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी में जीडीए ने कार्रवाई जारी रखी और किसी भी विरोध को नियंत्रित किया गया।
पुराना कर्मी शक के घेरे में
सूत्रों के अनुसार, इस अवैध कॉलोनी को विकसित करने में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के एक पूर्व कर्मचारी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व कर्मी की मिलीभगत से ही यह कॉलोनी विकसित की जा रही थी।
GDA के अफसरों का कहना है कि इस पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय विरोध को पुलिस ने किया नियंत्रित
कार्यवाही के दौरान जब कुछ स्थानीय लोगों ने हंगामा किया, तब पुलिस ने मौके पर हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रण में लिया। विरोध कर रहे लोगों को मौके से हटाया गया ताकि ध्वस्तीकरण प्रक्रिया में कोई रुकावट न आए।
बिना अनुमति निर्माण पर जीरो टॉलरेंस नीति
जोन-पांच के प्रवर्तन प्रभारी अधिकारी ने साफ कहा कि बिना अनुमति कोई भी निर्माण स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी।
प्राधिकरण ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि बिना नक्शा पास कराए और ज़रूरी मंज़ूरी लिए कॉलोनी या इमारत खड़ी करना कानूनन अपराध है।
जीडीए वीसी की सख्त चेतावनी
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष (VC) अतुल वत्स ने इस कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कहा,
“अवैध निर्माण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामलों में पूरी सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी।”
उन्होंने बताया कि जो लोग इस तरह से सरकारी नियमों की अनदेखी कर रहे हैं, उनके खिलाफ नियमित रूप से ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जाएगा।
लोगों को चेतावनी और जागरूकता
इस कार्रवाई के बाद जीडीए ने आम नागरिकों को भी चेताया है कि कोई भी प्लॉट या मकान खरीदने से पहले उसकी वैधता की जांच जरूर करें।
कई बार दलाल और स्थानीय डेवलपर लोगों को गुमराह कर अवैध कॉलोनियों में प्लॉट बेच देते हैं, जिससे बाद में उन्हीं खरीदारों को नुकसान होता है।
गाजियाबाद में लगातार हो रहे अवैध निर्माण और कॉलोनी विकास के मामलों पर जीडीए अब पहले से ज्यादा सख्त नजर आ रहा है। गालंद की इस 10 हजार वर्ग गज की कॉलोनी को तोड़ने की कार्रवाई से यह संदेश साफ है कि बिना अनुमति निर्माण करने वालों के खिलाफ अब जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी।
पूर्व कर्मियों की मिलीभगत की आशंका ने GDA की कार्यशैली पर सवाल जरूर उठाए हैं, लेकिन अब प्राधिकरण की ओर से ऐसे मामलों में भ्रष्टाचार और मिलीभगत की जांच भी शुरू की जा रही है।
आम जनता को भी सलाह दी गई है कि किसी भी संपत्ति में निवेश करने से पहले उसकी वैधता जांच लें और जीडीए से स्वीकृति प्राप्त प्लॉट ही खरीदें।
इस पूरी कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि गाजियाबाद में अब अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वो कितना भी बड़ा या प्रभावशाली क्यों न हो।
In a major Ghaziabad bulldozer action, the Ghaziabad Development Authority (GDA) has demolished a 10,000 square yard illegal colony in Galand, Zone-5, reportedly developed by Sachin Tyagi and Rahul Tyagi. This decisive step is part of GDA’s strict crackdown on unauthorized construction in Ghaziabad. Allegations of former GDA employee collusion have emerged, and GDA VC Atul Vats has reiterated that demolition drives will continue without any leniency. The move aims to prevent illegal land development and ensure strict compliance with urban planning laws.