Ghaziabad Girl Missing Since 2019: Accused Badr Siddiqui Linked to Chhangur Baba’s Forced Conversion Network
गाजियाबाद की लड़की 2019 से लापता: छांगुर बाबा और चेले बदर सिद्दीकी पर धर्मांतरण और ब्रेनवॉश का आरोप
AIN NEWS 1 गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कविनगर इलाके में रहने वाली एक लड़की वर्ष 2019 से लापता है। परिवार का आरोप है कि उसे एक सोची-समझी साजिश के तहत बहकाकर धर्म परिवर्तन के जाल में फंसाया गया। इस पूरे मामले में कड़ी नज़र बदर अख्तर सिद्दीकी नाम के एक व्यक्ति पर है, जो कथित रूप से जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का करीबी और चेला बताया जा रहा है।
लड़की की गुमशुदगी: शुरुआत कहां से हुई?
परिवार के अनुसार, लड़की वर्ष 2019 में टूर एंड ट्रैवल्स का कोर्स कर रही थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात बदर अख्तर सिद्दीकी से हुई। शुरुआत में बदर ने खुद को हिंदू नाम से पेश किया और महंगी कारों में घुमाने के साथ-साथ उपहार देकर उसका विश्वास जीतने की कोशिश की। धीरे-धीरे वह उसे दिल्ली ले जाने लगा और नज़दीकियां बढ़ीं।
परिजनों का दावा है कि बदर ने तंत्र-मंत्र जैसी चीजों का इस्तेमाल कर लड़की का मानसिक नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। उसका स्वभाव बदलने लगा, वह पूजा-पाठ से दूर होती गई और भगवान के नाम पर चिढ़ने लगी। आखिरकार 24 अक्टूबर 2019 को वह अचानक लापता हो गई।
आखिरी बार कहां और कैसे देखा गया?
परिवार का कहना है कि अंतिम बार लड़की को एक काले रंग की स्कोडा कार में बदर के साथ देखा गया था। कार में पर्दे लगे हुए थे और अंदर तीन अन्य लोग भी मौजूद थे। इसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला। परिवार का आरोप है कि बदर उसे दुबई भेजने के नाम पर कहीं और ले गया, और तब से उसका कोई सुराग नहीं मिला है।
ब्रेनवॉश और धर्म परिवर्तन का आरोप
लड़की की बहन के मुताबिक, उनकी बहन पूरी तरह से बदर के नियंत्रण में आ चुकी थी। वह केवल बदर की बातें सुनती थी और उसके इशारों पर ही चलती थी। उसका हिंदू धर्म से मोहभंग हो गया था, और वह इस्लाम को अपनाने की बातें करने लगी थी। बहन का दावा है कि बदर ने उसकी मानसिक स्थिति को प्रभावित कर दिया और धीरे-धीरे उसका ब्रेनवॉश कर दिया।
पुलिस और प्रशासन से गुहार
परिवार ने इस पूरे मामले की जांच के लिए कई बार पुलिस से संपर्क किया, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उनका कहना है कि यदि पुलिस ईमानदारी से छांगुर बाबा और बदर अख्तर सिद्दीकी से पूछताछ करे, तो उत्तर प्रदेश भर में फैले एक बड़े धर्मांतरण नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।
छांगुर बाबा का कनेक्शन: एक गंभीर संकेत
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर पहले से ही अवैध धर्मांतरण रैकेट चलाने के गंभीर आरोप हैं। वह बलरामपुर में बैठकर वर्षों से इस काम को अंजाम दे रहा है। इस मामले में उसका गाजियाबाद से जुड़ाव सामने आना काफी चिंताजनक है। अगर यह आरोप सही साबित होते हैं, तो यह दर्शाता है कि छांगुर बाबा और उसके चेले प्रदेशभर में सक्रिय हैं और मासूम युवतियों को टारगेट कर रहे हैं।
परिवार का सवाल: आखिर कब मिलेगा इंसाफ?
पीड़िता का परिवार आज भी बेटी की तलाश में दर-दर की ठोकरें खा रहा है। उन्हें न तो प्रशासन से कोई ठोस जवाब मिला है और न ही अभी तक कोई प्रगति हुई है। उनका मानना है कि इस मामले की निष्पक्ष और गहराई से जांच करवाई जाए, ताकि ना केवल उनकी बेटी को खोजा जा सके, बल्कि ऐसे रैकेट का भी अंत हो सके।
समाज से अपील
इस मामले के सामने आने के बाद यह ज़रूरी हो गया है कि समाज सतर्क रहे। ऐसे मामलों में जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है। परिवार की ओर से भी सभी माता-पिता से आग्रह किया गया है कि वे अपने बच्चों पर नज़र रखें और अगर कोई असामान्य बदलाव दिखे, तो समय रहते कार्रवाई करें।
गाजियाबाद की इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि किस तरह से कुछ लोग मासूम युवतियों को फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराने में लगे हैं। यह केवल एक परिवार का दर्द नहीं है, बल्कि समाज के लिए चेतावनी है। जब तक ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक यह सिलसिला रुकने वाला नहीं।
अगर आप भी इस मुद्दे पर कोई जानकारी रखते हैं या मदद कर सकते हैं, तो संबंधित पुलिस प्रशासन से संपर्क करें।