Ghaziabad Haj House turns into Wedding Venue, Booking Starts at Just 25,000
गाजियाबाद हज हाउस अब गूंजेगा शहनाइयों से, 25 हजार में होगी शादी की बुकिंग
AIN NEWS 1: गाजियाबाद का हज हाउस, जो कभी यात्रियों के ठहरने और सुविधाओं के लिए बनाया गया था, अब अपनी जर्जर हालत के कारण एक बिल्कुल नए प्रयोग की ओर बढ़ रहा है। इस इमारत का निर्माण वर्ष 2014 में लगभग 52 करोड़ रुपये की लागत से हुआ था और 2016 में इसका उद्घाटन किया गया। उस समय इसे लेकर बड़े स्तर पर चर्चा हुई थी क्योंकि यह हज यात्रियों के लिए आधुनिक और भव्य सुविधाओं वाला परिसर माना जा रहा था।
क्यों बिगड़ी हज हाउस की हालत?
समय बीतने के साथ इसकी स्थिति खराब होती चली गई। दीवारों से लेकर कमरे और पूरे परिसर में मरम्मत की आवश्यकता होने लगी, लेकिन रखरखाव पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। आज हालात यह हैं कि इमारत का बड़ा हिस्सा जर्जर हो चुका है।
नए प्रयोग की शुरुआत – शादी और सामाजिक आयोजन
इसलिए हज कमेटी ने इसके इस्तेमाल का नया तरीका ढूंढ निकाला है। अब यहां शादी-ब्याह जैसे सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। हज हाउस की कमेटी ने एक ब्लॉक को विवाह समारोहों के लिए खोल दिया है। बुकिंग प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है और दिलचस्प बात यह है कि अब तक लगभग 40 बुकिंग हो भी चुकी हैं।
मात्र 25 हजार रुपये में शादी की बुकिंग
बुकिंग की प्रक्रिया
इस हज हाउस में शादी या अन्य वैवाहिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मात्र 25 हजार रुपये जमा करने होंगे।
इसमें इनडोर हॉल के साथ-साथ ओपन एरिया में टेंट लगाने की भी सुविधा उपलब्ध होगी।
आयोजकों को तय फॉर्मेट के तहत अधिकृत ट्रेनर से संपर्क करना होगा।
कार्यक्रम के बाद सफाई की जिम्मेदारी आयोजकों की होगी।
हज हाउस की आमदनी का इस्तेमाल
हज हाउस टीम का कहना है कि इस व्यवस्था से होने वाली आय का इस्तेमाल कर्मचारियों की सैलरी और रोजमर्रा के खर्चों को मैनेज करने में किया जाएगा। हालांकि, इतने पैसों से भवन का बड़ा रेनोवेशन या आधुनिकीकरण संभव नहीं है।
मरम्मत और आधुनिकीकरण का अधूरा वादा
जानकारी के अनुसार, हज हाउस की मरम्मत और आधुनिकीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पहले ही स्वीकृत हो चुका है। इसके बावजूद अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
दीवारों की सीलन
टूटी खिड़कियां
खराब हो चुकी सुविधाएं
ये सभी संकेत देते हैं कि तत्काल मरम्मत की जरूरत है।
भव्य शुरुआत से जर्जर हालत तक
जब हज हाउस का निर्माण हुआ था, तो इसे बेहद आधुनिक तरीके से तैयार किया गया था।
इसमें 36 वीआईपी कमरे बनाए गए थे।
एक समय में लगभग 1886 यात्री यहां ठहर सकते थे।
शुरुआती वर्षों में इसकी खूब चर्चा रही, लेकिन रखरखाव की कमी और लंबे समय तक उपयोग न होने से भवन की हालत गिरती चली गई।
अब शहनाई से गूंजेगा हज हाउस
गाजियाबाद हज हाउस में अब नए प्रयोग की शुरुआत हो चुकी है। वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए हॉल और ओपन एरिया की बुकिंग की जा रही है।
क्यों खास है यह विकल्प?
शादी जैसे आयोजनों के लिए मात्र 25 हजार रुपये की रकम सामान्य परिवारों के लिए राहत है।
आसपास के बैंक्वेट हॉल लाखों रुपये में मिलते हैं।
यह सुविधा आम परिवारों के लिए किफायती और सुलभ है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह पहल सही समय पर की गई है। लंबे समय से यह इमारत वीरान पड़ी थी, जहां न तो यात्री आते थे और न ही कोई अन्य गतिविधि होती थी।
हज कमेटी के सदस्य मोहम्मद जावेद खान ने बताया कि इस नए प्रयोग के जरिए कर्मचारियों की सैलरी और भवन की मूलभूत देखरेख आसानी से हो सकेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे चलकर मरम्मत और आधुनिकीकरण का काम भी शुरू होगा।
सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
यह कदम गाजियाबाद के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अहम है।
जहां पहले यह भवन सिर्फ हज यात्रियों के लिए बना था।
अब यह आम लोगों की खुशियों का भी गवाह बनेगा।
इस तरह हज हाउस सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक आयोजनों का भी केंद्र बन जाएगा।
The Ghaziabad Haj House, built with a cost of ₹52 crore, is now being transformed into a wedding venue due to its deteriorating condition. Families can book the Haj House in Ghaziabad for just ₹25,000, making it one of the most affordable wedding venues in the city. With spacious halls and open areas available for celebrations, this new initiative not only revives the purpose of the building but also provides a budget-friendly option for marriage ceremonies and social events in Ghaziabad.



















