Ghaziabad Head Constables Barred from Issuing Traffic Challans – New Traffic Rules Announced
गाजियाबाद में हेड कॉन्स्टेबल नहीं काट सकेंगे चालान, ट्रैफिक सुधार के लिए पुलिस कमिश्नर का बड़ा फैसला
AIN NEWS 1: गाजियाबाद में ट्रैफिक नियमों को लेकर एक बड़ा बदलाव किया गया है। अब ट्रैफिक पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल गाड़ियों के चालान नहीं काट सकेंगे। यह फैसला गाजियाबाद के नए पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ द्वारा लिया गया है। इसका उद्देश्य शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर और पारदर्शी बनाना है।
हेड कॉन्स्टेबल की चालान काटने की शक्ति समाप्त
अब तक ट्रैफिक हेड कॉन्स्टेबल सड़क पर गाड़ियों की फोटो खींचकर चालान करते थे। लेकिन सोमवार को हुई एक अहम बैठक में पुलिस कमिश्नर ने यह जिम्मेदारी केवल ट्रैफिक इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर को सौंप दी है। इस फैसले का उद्देश्य यह है कि हेड कॉन्स्टेबल चालान काटने की प्रक्रिया में उलझने के बजाय ट्रैफिक को सुचारू बनाने पर ध्यान केंद्रित करें।
मीटिंग में लिए गए अन्य अहम फैसले
गाजियाबाद पुलिस लाइन में हुई इस बैठक में एडिशनल सीपी कानून व्यवस्था, एडीसीपी ट्रैफिक, एसीपी ट्रैफिक और सभी ट्रैफिक इंस्पेक्टर एवं सब-इंस्पेक्टर शामिल हुए। बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए:
1. अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई:
शहर में सड़कों पर दुकानें लगाने, ठेले, ई-रिक्शा आदि खड़ा करने से यातायात प्रभावित होता है। अब ऐसे अतिक्रमण पर सख्ती बरती जाएगी। ट्रैफिक इंस्पेक्टर अपने क्षेत्र में सब-इंस्पेक्टर के माध्यम से रिपोर्ट तैयार कराएंगे और संबंधित जगह की फोटो भी भेजी जाएगी।
2. चालान की जिम्मेदारी अब उच्चाधिकारियों पर:
अब चालान केवल ट्रैफिक इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर ही कर सकेंगे। हेड कॉन्स्टेबल, कॉन्स्टेबल, होमगार्ड और पीआरडी जवान केवल ट्रैफिक व्यवस्था में सहयोग करेंगे और यह सभी अधिकारीगण की निगरानी में काम करेंगे।
आयोजनों से पहले देनी होगी सूचना
गाजियाबाद में शादी समारोह, भंडारे या पार्टियों जैसे बड़े आयोजनों के चलते अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। इस पर नियंत्रण के लिए पुलिस कमिश्नर ने निर्देश दिए हैं कि होटल, बैंक्वेट हॉल, फार्म हाउस आदि में होने वाले किसी भी बड़े कार्यक्रम की पूर्व सूचना पुलिस को ईमेल द्वारा देनी होगी।
सूचना ADCP ट्रैफिक की ईमेल ID पर भेजनी होगी: adcp-traffic.gz@up.gov.in
सूचना में कार्यक्रम का स्थान, तारीख, समय और अनुमानित भीड़ का उल्लेख आवश्यक होगा।
यह कदम आयोजन से पहले ट्रैफिक प्लान तैयार करने में मदद करेगा।
सुधार का उद्देश्य
पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ का मानना है कि यदि हेड कॉन्स्टेबल चालान काटने की प्रक्रिया से मुक्त रहेंगे, तो वे ट्रैफिक को नियंत्रित करने में ज्यादा असरदार साबित होंगे। इससे ट्रैफिक फ्लो बेहतर होगा और आम जनता को राहत मिलेगी।
आगे की योजना
पुलिस कमिश्नर ने यह भी बताया कि जल्दी ही होटल, बैंक्वेट हॉल और फार्म हाउस संचालकों के साथ बैठक की जाएगी, ताकि उन्हें इन नए नियमों की जानकारी दी जा सके और सभी की भागीदारी से यातायात व्यवस्था को और भी बेहतर बनाया जा सके।
गाजियाबाद में ट्रैफिक सुधार की दिशा में यह बड़ा कदम माना जा रहा है। जहां एक ओर चालान की जिम्मेदारी उच्च अधिकारियों को सौंपी गई है, वहीं दूसरी ओर सड़कों से अतिक्रमण हटाने और आयोजनों से पहले सूचना देने जैसे फैसलों से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को नया रूप देने की कोशिश की जा रही है। यह बदलाव न केवल ट्रैफिक को सुगम बनाएंगे, बल्कि आम लोगों को भी राहत देंगे।
The Ghaziabad Police Commissioner has issued new traffic rules in Ghaziabad, revoking the power of head constables to issue challans for traffic violations. These updated measures aim to improve traffic management in Ghaziabad by focusing head constables on regulation duties while only inspectors and sub-inspectors will handle traffic challans. Additionally, stricter action will be taken against road encroachments by e-rickshaws, street vendors, and unauthorized stalls. Hotels and banquet halls must now email prior notices to the police for events, helping reduce traffic congestion during public functions. These reforms are part of a broader push for efficient and organized traffic regulation in the city.