AIN NEWS 1 : गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम में पुलिस ने अवैध हुक्का बार का भंडाफोड़ करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई डी-मॉल के टीओडी क्लब में की गई, जहां हुक्का बार बिना लाइसेंस के संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने मौके से तीन हुक्के, पाइप, क्वाइल और प्लेट बरामद किए हैं। गिरफ्तार लोगों में क्लब का मालिक रौनक सिंह और प्रबंधक आकाश शामिल हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
डी-मॉल स्थित टीओडी क्लब में अवैध हुक्का बार चलने की सूचना पुलिस को मिली थी। इस सूचना पर इंदिरापुरम थाना प्रभारी और उनकी टीम ने मौके पर छापा मारा। पुलिस जब क्लब के अंदर पहुंची, तो एक टेबल पर तीन हुक्के रखे हुए पाए गए। क्लब का गेट खुला हुआ था और अंदर दो लोग मौजूद थे। पूछताछ में रौनक सिंह ने खुद को क्लब का मालिक और आकाश ने प्रबंधक बताया।
लाइसेंस न होने पर हुई कार्रवाई
जब पुलिस ने हुक्का बार संचालन के लिए लाइसेंस मांगा, तो दोनों आरोपी कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके। जांच में पता चला कि क्लब का लाइसेंस जुलाई में समाप्त हो चुका था और नए लाइसेंस के लिए आवेदन दो दिन पहले ही किया गया था। पुलिस ने मौके पर हुक्के और अन्य सामग्री जब्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
अवैध क्लबों पर बढ़ेगी निगरानी
इस कार्रवाई के बाद इंदिरापुरम क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे क्लबों और हुक्का बार के संचालकों में हड़कंप मच गया है। पुलिस का कहना है कि नए साल के मद्देनजर इस तरह की गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। इंदिरापुरम थाना पुलिस अन्य अवैध हुक्का बार और क्लबों की जांच में जुटी हुई है।
नववर्ष के करीब बढ़ता है अवैध कारोबार
नववर्ष के दौरान बार और क्लबों में भारी भीड़ उमड़ती है। इस अवसर पर अवैध हुक्का बार संचालक बिना लाइसेंस के मोटा मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं। पुलिस के मुताबिक, इस तरह के अवैध कारोबार पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इससे पहले भी शालीमार गार्डन थाना पुलिस ने एक अवैध हुक्का बार पकड़ा था।
पुलिस ने क्या कहा?
सहायक पुलिस आयुक्त स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया,
“इंदिरापुरम क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे हुक्का बारों पर सख्ती की जा रही है। इस मामले में क्लब के मालिक और प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आगे भी इस तरह की कार्रवाइयां जारी रहेंगी।”
मामले में दर्ज हुई एफआईआर
पुलिस उपनिरीक्षक रामबाबू ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपियों पर बिना लाइसेंस के हुक्का बार संचालित करने का आरोप है। मामले की जांच की जा रही है, और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस क्लब के अलावा अन्य स्थानों पर भी ऐसा कारोबार चल रहा है।
पुलिस की सख्ती से बढ़ी हलचल
इस कार्रवाई के बाद अवैध क्लब संचालकों में डर का माहौल है। पुलिस की सख्ती से यह स्पष्ट हो गया है कि बिना लाइसेंस के कारोबार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
गाजियाबाद पुलिस की यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि अवैध गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। खासकर नववर्ष के दौरान अवैध क्लब और बार पर निगरानी और अधिक तेज़ की जाएगी।