AIN NEWS 1: गाजियाबाद जिले के मोदीनगर स्थित निवाड़ी गांव में करीब 345 एकड़ भूमि पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। इस पहल से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में रोजगार के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) द्वारा इस परियोजना को शुरू किया जाएगा, जो किसानों और अन्य जमीन मालिकों से भूमि अधिग्रहण के बाद औद्योगिक हब स्थापित करेगा।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
इस परियोजना में सबसे पहले ग्राम समाज और एमएलसी (नगर पंचायत) की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस दौरान, जिला प्रशासन ने शासन से इन दोनों प्रकार की भूमि को यूपीसीडा को सौंपने की अनुमति मांगी है। अगर शासन से अनुमति मिल जाती है, तो भूमि को पुनर्ग्रहित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके बाद यूपीसीडा इस क्षेत्र को औद्योगिक हब के रूप में विकसित करेगा।
गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित निवाड़ी में ग्राम समाज और एमएलसी की कुल 141 एकड़ भूमि पहले से मौजूद है, जबकि शेष भूमि किसानों से खरीदी जाएगी। यूपीसीडा ने इस संदर्भ में जिला प्रशासन से भूमि उपलब्ध कराने के लिए पत्र भेजा है। परियोजना के तहत औद्योगिक क्षेत्र में विभिन्न आकार के प्लॉट विकसित किए जाएंगे, ताकि छोटे और बड़े उद्यमी भी यहां निवेश कर सकें।
उद्योगों के लिए विभिन्न आकार के प्लॉट
यह औद्योगिक क्षेत्र उद्यमियों के लिए अलग-अलग आकार के प्लॉट उपलब्ध कराएगा, जो 200 मीटर से लेकर 1000 मीटर तक हो सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस औद्योगिक क्षेत्र में छोटे और मध्यम आकार के प्लॉट्स की संख्या अधिक होगी, ताकि छोटे उद्योगों को भी यहां स्थान मिल सके। औद्योगिक क्षेत्र के लेआउट को शासन से अनुमति मिलने के बाद तैयार किया जाएगा।
यूपीसीडा के उप प्रबंधक आरएस यादव ने इस परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “निवाड़ी में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की प्रक्रिया जारी है। जिला प्रशासन से ग्राम समाज और एमएलसी की मिश्रित भूमि का अधिग्रहण करने की अनुमति मांगी गई है। हमें उम्मीद है कि जल्दी ही यह प्रक्रिया शुरू होगी।”
नए रोजगार अवसरों की संभावना
यह औद्योगिक क्षेत्र न केवल स्थानीय किसानों और भूमि मालिकों के लिए लाभकारी होगा, बल्कि इससे क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी तेजी आएगी। इसके साथ ही रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जो युवा वर्ग को आकर्षित करेंगे और क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान देंगे।
यह परियोजना गाजियाबाद और इसके आसपास के क्षेत्रों में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में और अधिक निवेश आकर्षित कर सकेगी।