AIN NEWS 1 | गाजियाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सभी को हैरान कर दिया। यहां एक व्यापारी के पूर्व चौकीदार ने अपने मालिक को किडनैप करने की साजिश रच डाली। वजह? उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। लेकिन पुलिस ने समय रहते इस योजना को नाकाम कर दिया।
कैसे शुरू हुई कहानी?
अभय नाम का युवक गाजियाबाद के बड़े व्यापारी अनिल कुमार गर्ग के घर पर गार्ड की नौकरी करता था। उसे घर की सभी गाड़ियों की चाबियां मिली रहती थीं।
एक दिन रात में, अभय ने अपने मालिक की मर्सिडीज कार लेकर दिल्ली की सैर करने का मन बना लिया। वहां कार हादसे का शिकार हो गई, और अभय मौके से फरार हो गया।
इसके बाद उसने घर की फॉर्च्यूनर कार भी ले ली। जब कार घर पर नहीं मिली तो अनिल कुमार गर्ग ने कवि नगर थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अभय को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।
जेल में बनी खतरनाक योजना
जेल में अभय के मन में बदले की भावना और गुस्सा और बढ़ गया। उसने वहीं से अपने पूर्व मालिक को किडनैप करने का प्लान तैयार किया।
इस योजना में उसने अपने दो दोस्तों — आदित्य राणा और कुणाल पंवार — को भी शामिल कर लिया।
अनोखी बात: तीनों निकले डिलीवरी बॉय
चौंकाने वाली बात यह थी कि ये तीनों युवक Zepto और Blinkit जैसी ऑनलाइन डिलीवरी सेवाओं में काम करते थे। उन्होंने तय किया कि किडनैपिंग के लिए सबसे पहले उन्हें एक कार चाहिए।
कैब ड्राइवर पर हमला
4 अगस्त को तीनों ने मिलकर एक कैब बुक की। ड्राइवर जाकिर को सुनसान जगह ले जाकर उस पर चाकू से हमला किया और उसे मरा समझकर गंग नहर में फेंक दिया।
लेकिन किस्मत ने जाकिर का साथ दिया — नहर किनारे झाड़ियों और सूखे पत्तों में गिरने से वह डूबा नहीं। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद उसने अपनी जान बचा ली।
तीनों आरोपी कैब लूटकर फरार हो गए और अपने अगले कदम यानी व्यापारी के अपहरण की तैयारी करने लगे।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
गाजियाबाद पुलिस को जब इस योजना की भनक लगी तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
सोमवार देर रात, पुलिस की मुठभेड़ अभय से हुई। इस एनकाउंटर में अभय के पैर में गोली लगी।
पुलिस ने अभय के पास से अवैध तमंचा, कारतूस, एक वैगनआर कार, और लूट के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियार बरामद किए।
कार के अंदर से कैब ड्राइवर का आधार कार्ड, खून से सना रुमाल और चाकू भी मिला।
सभी आरोपी गिरफ्तार
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने अभय को पकड़ लिया और उसके दोनों साथियों — अंकुर राणा और कुणाल — को भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का कहना है कि अगर समय पर कार्रवाई न होती तो व्यापारी के साथ कोई बड़ी वारदात हो सकती थी।
पुलिस का बयान
गाजियाबाद पुलिस ने बताया,
“यह मामला केवल चोरी या लूट का नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित किडनैपिंग प्लान था। समय रहते इसे नाकाम कर दिया गया।”
मामले से सीख
यह घटना दिखाती है कि विश्वासघात अक्सर अंदर के ही व्यक्ति से हो सकता है।
ऐसे मामलों से बचने के लिए कर्मचारियों की बैकग्राउंड जांच जरूरी है।
नौकरी से निकाले गए व्यक्ति पर भी नजर रखना जरूरी है, खासकर अगर वह पहले से किसी विवाद या गुस्से में हो।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई कई बार बड़ी घटनाओं को रोक सकती है, जैसा कि इस मामले में हुआ।
गाजियाबाद की यह घटना सिर्फ एक क्राइम स्टोरी नहीं, बल्कि चेतावनी है कि निजी और पेशेवर रिश्तों में सतर्कता जरूरी है। पुलिस की तेजी और ड्राइवर की किस्मत ने एक व्यापारी की जिंदगी बचा ली, लेकिन यह भी साबित हो गया कि अपराधी अपनी योजना पूरी करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
In a shocking incident from Ghaziabad, a former watchman, after losing his job, plotted to kidnap his wealthy employer. The accused, along with two accomplices who worked as delivery boys, attacked a cab driver, stole his car, and planned the abduction. Police foiled the plan after an encounter, arresting all suspects. The incident highlights rising crime cases in Ghaziabad and showcases the swift action by Ghaziabad Police to prevent a major kidnapping.