AIN NEWS 1 | गाज़ियाबाद ज़िले के निवाड़ी थाना क्षेत्र से एक बेहद गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां रहने वाली एक महिला ने अपने पति और मनोज त्यागी नाम के शख्स पर शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि लंबे समय से वह घरेलू हिंसा का शिकार हो रही थी और आखिरकार तंग आकर उसने पुलिस से मदद मांगी।
यह घटना 13 सितंबर 2025 की रात लगभग 10 बजे की है। महिला का आरोप है कि शराब और नशे की हालत में उसके पति और मनोज त्यागी ने न केवल उससे बदसलूकी की बल्कि उसे जबरदस्ती दबोचकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।
महिला की शिकायत में क्या दर्ज हुआ?
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसका पति अक्सर उसके साथ मारपीट करता है। 13 सितंबर की रात को मनोज त्यागी, जो उसी गांव का रहने वाला है, शराब लेकर उनके घर आया।
महिला ने बताया कि उसका पति और मनोज त्यागी दोनों साथ बैठकर शराब पीने लगे।
इसके बाद दोनों ने उसे भी शराब पीने के लिए मजबूर किया।
नशे की हालत में दोनों ने उसके साथ जोर-जबरदस्ती और शारीरिक हिंसा की।
उसने कई बार खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन दोनों ने उसे दबोच लिया।
महिला का कहना है कि इस घटना में उसे चोटें भी आईं और उसके शरीर पर कई निशान पड़ गए।
पुलिस को दी गई सूचना
घटना के बाद महिला ने तुरंत पास की पुलिस चौकी सोतनाला को इसकी जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला।
अगले दिन यानी 14 सितंबर 2025 को महिला ने लिखित शिकायत दर्ज कराई। एफआईआर में उसने साफ तौर पर यह भी लिखा कि अगर भविष्य में उसके साथ कोई अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेदार उसका पति और मनोज त्यागी होंगे।
जान से मारने की धमकी भी दी गई
महिला ने पुलिस को बताया कि जब उसने इस पूरी घटना का विरोध किया तो दोनों ने उसे धमकी दी। उन्होंने कहा कि अगर उसने यह मामला किसी से साझा किया तो उसकी जान खतरे में पड़ जाएगी।
इसी डर के चलते महिला ने पुलिस से सुरक्षा देने और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
निवाड़ी थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है। शुरुआती जांच में घटना की पुष्टि हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोप गंभीर हैं और मामले की गहनता से जांच की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, मनोज त्यागी का नाम पहले भी दबंगई और विवादित मामलों में सामने आ चुका है। वहीं महिला का पति भी घरेलू हिंसा के मामलों में पड़ोसियों के साथ विवाद में रहा है।
महिला की मानसिक स्थिति
घटना के बाद महिला बेहद आहत है। उसका कहना है कि वह लंबे समय से हिंसा सहन कर रही थी लेकिन समाज और परिवार के डर से चुप रहती थी। अब जब स्थिति जानलेवा होने लगी, तो उसने पुलिस का दरवाज़ा खटखटाया।
फिलहाल पुलिस ने महिला का मेडिकल टेस्ट करवाया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
समाज के लिए सबक
यह मामला सिर्फ एक महिला की व्यक्तिगत कहानी नहीं है, बल्कि समाज के लिए एक गहरी सीख भी है। आज भी देश के कई हिस्सों में महिलाएं घरेलू हिंसा और उत्पीड़न का शिकार होती हैं, लेकिन डर, शर्म या सामाजिक दबाव के कारण आवाज़ नहीं उठा पातीं।
इस महिला ने हिम्मत दिखाकर सामने आकर एक मिसाल पेश की है। यह जरूरी है कि पुलिस और प्रशासन उसकी सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करें।
गाज़ियाबाद के निवाड़ी थाना क्षेत्र का यह मामला साफ करता है कि घरेलू हिंसा और महिलाओं के खिलाफ अपराध कितने गंभीर स्तर तक मौजूद हैं। यह देखना अब बाकी है कि पुलिस जांच में क्या सामने आता है और पीड़िता को कब तक न्याय मिलता है।