केंद्र सरकार ने देश के करोड़ों किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत अब बटाईदार किसानों को भी बीमा कवरेज का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, फसल नुकसान पर क्लेम करते समय पेमेंट में देरी होने पर किसानों को 12% अतिरिक्त मुआवजा भी दिया जाएगा।
खरीफ सीजन में रिकॉर्ड आवेदन: इस साल खरीफ सीजन के लिए तकरीबन 9 करोड़ किसानों ने पीएम फसल बीमा योजना के तहत आवेदन किया है, जो पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक देशभर के किसानों को इस योजना के तहत करीब 1.75 लाख करोड़ रुपए का बीमा क्लेम मिल चुका है।
बटाईदार किसानों को भी मिलेगा लाभ: पहले केवल उन किसानों को ही बीमा कवरेज का फायदा मिलता था, जिन्हें राज्य सरकार द्वारा प्रमाणित किया गया था। लेकिन अब यह सुविधा पूरे देश में लागू की जा रही है, जिससे बटाईदार किसान भी अपनी फसल के नुकसान पर क्लेम कर सकते हैं।
क्लेम पर जुर्माना व्यवस्था: कृषि मंत्रालय ने इस खरीफ सीजन से एक नया नियम लागू किया है, जिसमें फसल बीमा के क्लेम पर देरी होने की स्थिति में किसानों को 12% अतिरिक्त रकम मिलेगी। इससे किसानों को सही समय पर मुआवजा मिल सकेगा और उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
PMFBY की प्रमुख बातें: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2016 में शुरू की गई थी, जिसके तहत अब तक 70 करोड़ से अधिक किसान अपनी फसल का बीमा करा चुके हैं। 20 करोड़ से ज्यादा किसानों को उनकी फसल के नुकसान पर मुआवजा भी दिया गया है। अब तक कुल 1.75 लाख करोड़ रुपए का बीमा क्लेम किसानों को मिल चुका है।
बीमा प्रीमियम का हिस्सा: किसानों को अपनी फसल के बीमा के लिए केवल 4.1% प्रीमियम देना होता है। इसमें 2% प्रीमियम किसान खुद देता है, जबकि शेष 2.1% प्रीमियम केंद्र सरकार वहन करती है। यह योजना खरीफ और रबी सीजन की फसलों के अनुसार प्रीमियम राशि तय करती है, जिससे किसानों को काफी राहत मिलती है।
निष्कर्ष: केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को उनकी मेहनत और लागत का पूरा मुआवजा दिलाने का प्रयास कर रही है। इसके तहत नए नियमों और सुविधाओं से अब किसानों को अधिक लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।