AIN NEWS 1: भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाली भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं के लिए एक गंभीर सुरक्षा चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में कहा गया है कि एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में कई कमजोरियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स संवेदनशील जानकारी चुरा सकते हैं और डिवाइस को हैक कर सकते हैं। CERT-In ने यूजर्स से तत्काल अपने डिवाइस को अपडेट करने की अपील की है, ताकि इस खतरे से बचा जा सके।
CERT-In की एडवाइजरी में क्या कहा गया है?
25 नवंबर 2024 को CERT-In ने एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा एडवाइजरी जारी की, जिसमें एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम की कुछ गंभीर कमजोरियों का जिक्र किया गया है। इन कमजोरियों का फायदा उठाकर साइबर अपराधी यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंच सकते हैं। यह खतरा विशेष रूप से एंड्रॉइड के विभिन्न वर्जन्स, जैसे एंड्रॉइड 12, 12L, 13, 14, और 15 को प्रभावित कर सकता है।
CERT-In की रिपोर्ट के अनुसार, एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में निम्नलिखित कंपोनेंट्स में कमजोरियां पाई गई हैं:
1. फ्रेमवर्क
2. सिस्टम
3. गूगल प्ले सिस्टम अपडेट्स
4. कर्नेल और कर्नेल LTS (लॉन्ग-टर्म सपोर्ट)
5. इमेजिनेशन टेक्नोलॉजीज
6. मीडियाटेक और क्वालकॉम कंपोनेंट्स
7. क्वालकॉम क्लोज्ड-सोर्स कंपोनेंट्स
इन कमजोरियों के कारण स्कैमर्स और हैकर्स इन डिवाइसों में सेंध लगाकर अनधिकृत एक्सेस प्राप्त कर सकते हैं। इसके जरिए वे यूजर्स का डेटा चुराकर उसे लीक कर सकते हैं या डिवाइस के कंट्रोल को पूरी तरह से हाइजैक कर सकते हैं। इस तरह की गतिविधियों से न केवल व्यक्तिगत जानकारी बल्कि पूरी डिवाइस की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
CERT-In ने क्या सलाह दी है?
CERT-In ने एंड्रॉइड यूजर्स को इन खतरों से बचने के लिए अपने डिवाइस को तुरंत अपडेट करने की सलाह दी है। इस अपडेट के जरिए सिस्टम में मौजूद कमजोरियों को ठीक किया जा सकता है और स्कैमर्स के लिए सिस्टम में सेंध लगाना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि सभी एंड्रॉइड डिवाइस उपयोगकर्ता जल्द से जल्द सुरक्षा पैच और अपडेट्स डाउनलोड करें।
यह अपडेट्स मुख्य रूप से निम्नलिखित समस्याओं का समाधान करते हैं:
अनधिकृत एक्सेस: हैकर्स द्वारा डिवाइस की सेटिंग्स या डेटा तक पहुंचने की कोशिश को रोका जाता है।
डेटा लीक: संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी की चोरी और लीक को रोका जाता है।
सिस्टम कम्प्रोमाइज: डिवाइस के सामान्य कामकाज को बाधित करने और पूरी तरह से कंट्रोल करने से बचाव होता है।
किसे प्रभावित हो सकता है?
CERT-In के मुताबिक, यह चेतावनी एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी वर्जन्स को प्रभावित करती है, और इसमें सभी प्रकार के एंड्रॉइड डिवाइस शामिल हैं, जैसे स्मार्टफोन, टैबलेट, स्मार्टवॉच और अन्य एम्बेडेड सिस्टम्स। इसका मतलब यह है कि यह समस्या सिर्फ कुछ विशेष कंपनियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सभी एंड्रॉइड यूजर्स को इससे प्रभावित होने का खतरा हो सकता है।
एंड्रॉइड यूजर्स को क्या करना चाहिए?
इस खतरे से बचने के लिए यूजर्स को अपने एंड्रॉइड डिवाइस को तुरंत अपडेट करना चाहिए। यहां कुछ महत्वपूर्ण कदम दिए गए हैं जो यूजर्स को उठाने चाहिए:
1. सिस्टम अपडेट चेक करें: अपने एंड्रॉइड डिवाइस की सेटिंग्स में जाएं और “सिस्टम अपडेट” सेक्शन पर क्लिक करें। यदि कोई नया अपडेट उपलब्ध हो, तो उसे तुरंत डाउनलोड करें और इंस्टॉल करें।
2. गूगल प्ले स्टोर अपडेट: गूगल प्ले स्टोर के ऐप्स को भी अपडेट करें, क्योंकि उनमें भी कई सुरक्षा सुधार हो सकते हैं जो इस जोखिम को कम करते हैं।
3. सुरक्षा सेटिंग्स चेक करें: अपने डिवाइस की सुरक्षा सेटिंग्स में जाएं और यह सुनिश्चित करें कि सभी सुरक्षा विकल्प जैसे पासवर्ड, बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण और दो-चरणीय प्रमाणीकरण सक्षम हैं।
4. संदिग्ध ऐप्स से बचें: अनधिकृत या संदिग्ध ऐप्स को डाउनलोड करने से बचें, क्योंकि ये आपके डिवाइस की सुरक्षा को कमजोर बना सकते हैं।
5. एंटीवायरस और सुरक्षा ऐप्स का उपयोग करें: अपने डिवाइस पर एक अच्छे एंटीवायरस और सुरक्षा ऐप का उपयोग करें जो आपकी सुरक्षा को और भी बढ़ाए।
खतरे की गंभीरता
यह मामला अत्यधिक गंभीर है, क्योंकि एंड्रॉइड डिवाइसों की व्यापकता के कारण इस सुरक्षा खतरे से लाखों लोग प्रभावित हो सकते हैं। यदि आप अपने फोन को समय पर अपडेट नहीं करते हैं, तो यह आपके डेटा को हैकर्स के हाथों में जा सकता है, और इसके परिणामस्वरूप आपका व्यक्तिगत डेटा चोरी हो सकता है, आपके बैंक खातों तक पहुंच बन सकती है, या आपका डिवाइस पूरी तरह से हैक हो सकता है।
निष्कर्ष
साइबर सुरक्षा से जुड़ी यह चेतावनी उन यूजर्स के लिए है जो एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं। CERT-In ने यह स्पष्ट किया है कि इन कमजोरियों का फायदा उठाकर हैकर्स आपके डिवाइस और व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंच सकते हैं। इसलिए, यूजर्स को जल्दी से जल्दी अपने एंड्रॉइड डिवाइस को अपडेट करने की सलाह दी जाती है। यह एक सरल और प्रभावी कदम है जिससे आप अपने डिवाइस को सुरक्षित रख सकते हैं।