AIN NEWS 1 | बुधवार को पांच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSU Banks) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कुल 6733 करोड़ रुपये के डिविडेंड चेक सौंपे, जिससे सरकार के खजाने में बड़ी धनराशि पहुंची।
डिविडेंड चेक सौंपने वाले बैंक:
- केनरा बैंक (Canara Bank):
- चेक राशि: 1838.15 करोड़ रुपये
- चेक सौंपने वाले: एमडी और सीईओ के सत्यनारायण राजू
- बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda):
- चेक राशि: 2514.22 करोड़ रुपये
- चेक सौंपने वाले: बैंक के सीईओ देवदत्त चंद
- इंडियन बैंक (Indian Bank):
- चेक राशि: 1193.45 करोड़ रुपये
- चेक सौंपने वाले: एमडी और सीईओ शांति लाल जैन और अन्य अधिकारी
सरकार को मिले इन डिविडेंड चेकों ने खजाने में बड़ी राशि जमा की है, जो कि सरकार द्वारा अपनी जरूरतों के अनुसार खर्च की जाएगी। निर्मला सीतारमण ने इन चेकों की प्राप्ति की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी साझा की, जिसमें उनके चेक लेते हुए तस्वीरें शामिल थीं।
डिविडेंड की महत्ता:
सरकारी बैंकों द्वारा दिए गए डिविडेंड से सरकार को महत्वपूर्ण वित्तीय समर्थन मिलता है। जब सरकारी बैंक डिविडेंड बांटते हैं, तो सरकार की हिस्सेदारी होने के कारण उसका हिस्सा भी सरकारी खजाने में जाता है। यह राशि सरकारी खर्चों और विकास कार्यों में सहायक होती है।
निष्कर्ष:
मोदी सरकार के खजाने में एक दिन में ही 6733 करोड़ रुपये जमा हुए, जो कि पब्लिक सेक्टर के बैंकों द्वारा दिए गए डिविडेंड से संभव हो पाया। इस महत्वपूर्ण वित्तीय योगदान से सरकार को अपनी योजनाओं और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
It’s a great contribution by the banks for the development of the country.