AIN NEWS 1: दिल्ली-एनसीआर में सर्दी शुरू होने से पहले ही वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) लागू कर दिया गया है। यह योजना 1 अक्टूबर से पहले लागू की गई है, ताकि वायु गुणवत्ता में सुधार किया जा सके।
GRAP का उद्देश्य
GRAP का मुख्य उद्देश्य वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना और नागरिकों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखना है। इसके तहत विभिन्न आपातकालीन उपायों को लागू किया जाएगा, जो हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)
अगर दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) स्टेज तीन तक पहुंच जाता है, तो प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इस स्थिति में पड़ोसी राज्यों से प्रदूषण फैलाने वाली बसों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
छूट और प्रतिबंध
GRAP के तहत कुछ वाहनों को छूट दी जाएगी, जैसे कि सीएनजी, बीएस चार और इलेक्ट्रिक बसें। हालांकि, अखिल भारतीय पर्यटक परमिट वाली बसें और टेम्पो ट्रैवलर पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
प्रदूषण नियंत्रण की रणनीति
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न स्वायत्त निकायों द्वारा रणनीतियाँ बनाई जा रही हैं। ये उपाय केवल प्रदूषण के बढ़ने पर लागू होंगे और आवश्यकतानुसार ही कड़े कदम उठाए जाएंगे।
नागरिकों की भूमिका
सिर्फ सरकारी प्रयासों से ही वायु प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता। नागरिकों को भी जागरूक होना होगा और स्वच्छता के उपायों को अपनाना होगा। पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग, कारपूलिंग, और अन्य हरित उपाय अपनाने से प्रदूषण में कमी लाने में मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, खासकर सर्दियों में। GRAP का लागू होना इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है। यदि सभी नागरिक मिलकर प्रयास करें और सरकारी उपायों का समर्थन करें, तो हम एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण की दिशा में बढ़ सकते हैं।
इस तरह, GRAP के प्रभावी कार्यान्वयन से वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की उम्मीद की जा रही है। सभी संबंधित पक्षों को इस पहल में योगदान देने की आवश्यकता है, ताकि हम अपनी हवा को साफ और ताजगी भरी बना सकें।