AIN NEWS 1 | भारत में त्योहारों का मौसम अपने चरम पर है, जिसमें नवरात्रि से लेकर दिवाली तक कई महत्वपूर्ण अवसर शामिल हैं। लेकिन त्योहारों के बाद एक और बड़ा इवेंट सामने आ रहा है, जिसे हम ग्रेट इंडियन वेडिंग सीजन कहते हैं। यह सीजन न केवल खुशियों का समय है, बल्कि यह व्यापारियों के लिए भी कमाई का सुनहरा मौका है।
होटल और बुकिंग में तेजी
जैसे-जैसे शादी का मौसम नजदीक आ रहा है, होटल बुकिंग भी बढ़ रही है। मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े शहरों में नवंबर के लिए होटलों की बुकिंग फुल हो गई है। खासकर उदयपुर और जयपुर जैसे पर्यटन स्थलों पर होटलों का किराया लगभग 30 प्रतिशत तक बढ़ चुका है। प्री वेडिंग और पोस्ट वेडिंग समारोहों के लिए भी लोग बुकिंग करवा रहे हैं।
शादी के मुहूर्त
इस साल 14 दिसंबर तक शादियों के लिए 50 मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 60 थी। करजत, लोनावला और अलीबाग जैसे क्षेत्रों में करीब 100 शादियों की योजना बनाई गई है। इस साल पारंपरिक, लग्जरी और प्राकृतिक वातावरण में शादियों की ज्यादा मांग देखी जा रही है।
खर्च का अनुमान
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल शादियों पर कुल खर्च करीब 4.25 ट्रिलियन रुपये होने का अनुमान है। CAIT (कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स) के अनुसार, भारत में इस वर्ष लगभग 35 लाख शादियां होने की संभावना है, जो पिछले वर्ष की 32 लाख की तुलना में अधिक है।
सेवाओं की मांग
शादी के मौसम में मेकअप आर्टिस्ट, कुक, टेंट, बैंड और रेंटल कारों की मांग भी बढ़ गई है। फिलहाल, इन सेवाओं की तलाश में भी दिक्कत हो रही है।
निष्कर्ष
ग्रेट इंडियन वेडिंग सीजन व्यापारियों के लिए जबर्दस्त अवसर लेकर आ रहा है। जैसे-जैसे त्योहारों का समय खत्म होता है, शादी की तैयारियों में तेजी आएगी और इस दौरान सभी क्षेत्रों में कमाई का माहौल बनेगा।