AIN NEWS 1 | ग्रेटर नोएडा में स्थित एक निजी कॉलेज के हॉस्टल में सोमवार की रात एक सनसनीखेज वारदात ने सभी को दहला दिया। दो छात्रों के बीच आपसी कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला गोलीबारी तक पहुंच गया। दोनों कभी गहरे दोस्त थे, लेकिन मामूली विवाद ने उनकी दोस्ती को खून-खराबे में बदल दिया। इस गोलीकांड में एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा छात्र गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
जानकारी के अनुसार, हॉस्टल के अंदर MBA प्रथम वर्ष के दो छात्र – दीपक (आंध्र प्रदेश निवासी) और देवांश (आगरा निवासी) – किसी बात को लेकर आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि उन्होंने पिस्टल निकालकर एक-दूसरे पर गोलियां चला दीं। गोली लगने से दीपक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि देवांश गंभीर रूप से घायल हो गया।
गार्ड ने तोड़ा शीशा और पहुंचा अंदर
गोली चलने की आवाज सुनकर हॉस्टल का गार्ड तुरंत वहां पहुंचा। गार्ड ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। इस दौरान उसे कराहने की आवाज सुनाई दी। इसके बाद गार्ड ने पीछे की खिड़की का शीशा तोड़ा और अंदर घुस पाया। वहां दोनों छात्र खून से लथपथ पड़े थे।
गार्ड ने तुरंत कॉलेज प्रशासन को सूचित किया और पुलिस को बुलाया गया।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही थाना नालेपार पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायल देवांश को अस्पताल पहुंचाया और मृतक दीपक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मौके से एक रिवॉल्वर, दो खोखे और चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिस्टल लाइसेंसी थी और यह दोनों छात्रों के परिजनों की थी। अब जांच की जा रही है कि हथियार आखिरकार कॉलेज परिसर तक कैसे पहुंचा।
कॉलेज प्रशासन पर उठे सवाल
घटना के बाद कॉलेज प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। कॉलेज की ओर से भारी-भरकम फीस वसूली जाती है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर थी कि छात्र हथियार लेकर हॉस्टल तक पहुंच गए।
अभिभावकों और छात्रों में अब यह चर्चा है कि आखिर कॉलेज प्रशासन इतनी बड़ी चूक कैसे कर सकता है।
मृतक और घायल छात्र की जानकारी
दीपक – आंध्र प्रदेश का रहने वाला, PGDMA प्रथम वर्ष का छात्र।
देवांश – आगरा का निवासी, दीपक का दोस्त और सहपाठी।
दोनों की गहरी दोस्ती थी, लेकिन विवाद का कारण अभी साफ नहीं हुआ है। पुलिस परिजनों और अन्य छात्रों से पूछताछ कर रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
हॉस्टल स्टाफ और गार्ड का कहना है कि दोनों छात्र सामान्य दिनों में काफी अच्छे दोस्त दिखाई देते थे। लेकिन जिस दिन घटना हुई, दोनों के बीच काफी देर तक कमरे में बहस होती रही और अचानक गोलियों की आवाज सुनाई दी।
पुलिस की ओर से बयान
पूर्वी डीसीपी अभिषेक धनिया ने बताया:
“सोमवार शाम करीब 9 सितंबर को थाना नालेपार पुलिस को सूचना मिली कि विद्या बिहार हॉस्टल में दो छात्र घायल अवस्था में हैं। मौके से हथियार और कारतूस बरामद हुए हैं। परिजनों को सूचना दे दी गई है और आगे की जांच जारी है।”
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस घटना के बाद हॉस्टल और पुलिस की कार्रवाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे खून से सना कमरा और पुलिस द्वारा बरामद किया गया हथियार बाहर निकाला गया।
कॉलेज में फैली दहशत
इस गोलीकांड के बाद हॉस्टल के अन्य छात्र दहशत में हैं। कई छात्र और अभिभावक कॉलेज प्रशासन से सवाल पूछ रहे हैं कि ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।
ग्रेटर नोएडा का यह हॉस्टल गोलीकांड एक बड़ा सवाल खड़ा करता है – क्या हमारे शैक्षणिक संस्थान सुरक्षित हैं? अगर छात्र इतनी आसानी से हथियार कॉलेज में ले जा सकते हैं, तो सुरक्षा व्यवस्था पर दोबारा विचार करने की ज़रूरत है। पुलिस इस मामले में गहराई से जांच कर रही है, लेकिन इस घटना ने छात्रों और अभिभावकों के मन में भय और अविश्वास की स्थिति पैदा कर दी है।