गुजरात: स्वच्छता की अनदेखी पर 27 होटलों के लाइसेंस रद्द, धर्म नहीं स्वच्छता बनी वजह
Gujarat cancels licenses of 27 hotels over cleanliness issues, hygiene-focused decision
AIN NEWS 1: गुजरात राज्य परिवहन निगम (GSRTC) ने राज्य के प्रमुख हाईवे पर स्थित 27 होटलों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। यह निर्णय होटलों की सफाई और स्वच्छता की खराब स्थिति को लेकर लिया गया है। इन होटलों पर रोजाना एसटी निगम की बसें रुकती थीं और यात्री वहां भोजन करते थे। जांच के दौरान इन होटलों में रसोई और बाथरूम जैसी जगहों पर गंदगी पाई गई, जिससे यात्री स्वास्थ्य पर खतरा था।
स्वच्छता ही मुख्य वजह, धर्म नहीं
गुजरात के परिवहन मंत्री हर्ष संघवी ने स्पष्ट किया कि इन होटलों के लाइसेंस धर्म के आधार पर रद्द नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा, “यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि होटलों के मालिक मुस्लिम थे और उन्होंने हिंदू नाम रखकर लाइसेंस लिया था, जिसके कारण लाइसेंस रद्द किए गए। यह गलत है। जांच के दौरान केवल स्वच्छता और यात्री हित को ध्यान में रखा गया।”
क्यों रद्द हुए लाइसेंस?
जांच में पाया गया कि:
1. किचन और बाथरूम में साफ-सफाई नहीं थी।
2. पैक्ड फूड्स पर तय एमआरपी से अधिक पैसे वसूले जा रहे थे।
3. कई यात्री शिकायतें पहले ही प्राप्त हो चुकी थीं।
प्रमुख स्थान और रूट्स
लाइसेंस रद्द किए गए होटल गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, पालनपुर, गोधरा, मेहसाणा और भरूच जैसे शहरों के बीच हाईवे पर स्थित हैं। ये होटल एसटी और वोल्वो बस स्टॉपेज वाले स्थानों पर थे।
लाइसेंस रद्द हो चुके होटलों की सूची
इनमें से कुछ प्रमुख होटल और उनके स्थान हैं:
होटल स्वर्णिन (संसरोड, वडोदरा)
होटल विशाला (डिथन, वडोदरा)
होटल बसेरा (भरूच)
होटल शिवशक्ति (राजकोट)
होटल रौनक (पालनपुर)
होटल क़िस्मत काठियावाड़ी (गोधरा)
यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता
परिवहन विभाग ने यह कार्रवाई यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सेवा के लिए की है। हाईवे पर रुकने वाले होटलों में भोजन और अन्य सुविधाएं यात्रियों के स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकती हैं। विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यात्रियों को साफ और स्वस्थ वातावरण मिले।
क्या कहते हैं अधिकारी?
परिवहन मंत्री हर्ष संघवी ने कहा, “हमने शिकायतें मिलने के बाद सभी होटलों की गहन जांच की। स्वच्छता के मानकों का पालन न करने वाले होटलों के खिलाफ यह सख्त कदम उठाया गया है। हमारी प्राथमिकता यात्री स्वास्थ्य और सुविधा है।”
आगे की प्रक्रिया
जिन होटलों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं, उन्हें दोबारा लाइसेंस प्राप्त करने के लिए स्वच्छता मानकों का पालन करना होगा। विभाग नियमित रूप से ऐसे होटलों का निरीक्षण करता रहेगा।
गुजरात सरकार का यह कदम यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए एक सकारात्मक पहल है। स्वच्छता के महत्व को ध्यान में रखते हुए राज्य परिवहन निगम ने स्पष्ट संदेश दिया है कि सेवा और सुविधाओं में कोई समझौता नहीं होगा।
The Gujarat State Road Transport Corporation (GSRTC) has canceled the licenses of 27 highway hotels due to poor cleanliness and hygiene standards. Transport Minister Harsh Sanghavi clarified that the decision was based solely on hygiene concerns, with no link to religion. These hotels served passengers traveling on major routes, highlighting the state’s commitment to passenger safety and well-being.