Gurugram Tennis Player Radhika Yadav Shot Dead by Father Over Income Disputes
गुरुग्राम में पिता ने बेटी राधिका यादव की गोली मारकर की हत्या, सोशल तानों और कमाई के विवाद ने ली जान
AIN NEWS 1: गुरुग्राम में एक हृदय विदारक घटना ने हर किसी को चौंका दिया है। हरियाणा की स्टेट लेवल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उनके ही पिता ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस 25 वर्षीय होनहार खिलाड़ी ने हाल ही में अपने दम पर एक टेनिस अकादमी शुरू की थी और सोशल मीडिया पर भी अच्छी खासी सक्रियता रखती थीं। लेकिन उसकी यही सफलता उसके पिता के लिए एक मानसिक बोझ बन गई।
राधिका – एक खिलाड़ी, कोच और प्रेरणा
राधिका यादव सिर्फ एक टेनिस खिलाड़ी नहीं थीं, बल्कि वे एक प्रेरणादायक युवती थीं जिन्होंने हरियाणा के छोटे कस्बों से निकलकर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में अपनी पहचान बनाई। हाल ही में उन्होंने एक टेनिस अकादमी शुरू की थी जहां वे बच्चों को प्रशिक्षण देती थीं और खुद भी कोचिंग से अच्छी कमाई कर रही थीं।
उनका जीवन दिखाता है कि किस तरह आत्मनिर्भर बेटियां देश की छवि बदल रही हैं। लेकिन, दुर्भाग्यवश, समाज में फैले कुछ पुराने सोच के ताने, एक पिता की मानसिक स्थिति को इस हद तक बिगाड़ सकते हैं कि वह अपनी ही संतान की जान ले ले।
पिता की परेशानी और सामाजिक दबाव
पुलिस जांच के अनुसार, आरोपी पिता दीपक यादव को समाज में यह ताना सुनना पड़ रहा था कि वह अपनी बेटी की कमाई पर निर्भर है। यह बात उन्हें अंदर ही अंदर परेशान कर रही थी। राधिका की सफलता उनके लिए गर्व का कारण बनने के बजाय शर्म का कारण बन गई, क्योंकि उन्हें बार-बार यह सुनने को मिला कि “बेटी पाल रहे हो, बेटी की कमाई खा रहे हो।”
इस तरह के ताने समाज में गहराई से फैली पितृसत्तात्मक सोच को उजागर करते हैं, जहां बेटी की कमाई को ‘हीनता’ से देखा जाता है, भले ही वह परिवार को चला रही हो।
हत्या की सुबह
यह दुखद घटना गुरुवार की सुबह गुरुग्राम के सुशांत लोक स्थित उनके घर में घटी। जब राधिका रसोई में थीं, तभी उनके पिता ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर निकाली और 5 गोलियां चला दीं। तीन गोलियां राधिका को लगीं और वह वहीं ढेर हो गईं।
इस समय उनकी मां मंजू यादव भी उसी मंजिल पर मौजूद थीं, हालांकि उन्होंने कोई हस्तक्षेप नहीं किया। पुलिस उनकी भूमिका और जानकारी की भी जांच कर रही है।
सोशल मीडिया रील्स नहीं, असल वजह ‘इज्जत’ का बोझ
शुरुआत में यह भी कहा गया था कि पिता को राधिका की इंस्टाग्राम पर रील्स बनाना पसंद नहीं था, लेकिन पुलिस ने इस थ्योरी को खारिज कर दिया है। स्पष्ट रूप से सामने आया है कि असली वजह पैसे और इज्जत से जुड़ी सामाजिक बातें थीं। राधिका की आर्थिक सफलता और स्वतंत्रता ने परिवार के भीतर एक ‘मर्दानगी’ के संकट को जन्म दिया था, जो पिता सहन नहीं कर पाए।
गिरफ्तार और आगे की जांच
घटना के बाद पुलिस ने दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। FIR राधिका के चाचा की ओर से दर्ज की गई है। पुलिस अब इस केस के सभी पहलुओं की जांच कर रही है — घरेलू तनाव, मानसिक स्थिति, और मां की भूमिका।
समाज को झकझोरने वाला सवाल
यह घटना केवल एक हत्या नहीं है, यह समाज के सामने एक आईना है। जब बेटी की तरक्की पिता को शर्मिंदगी का कारण लगे, तो सवाल सिर्फ एक घर का नहीं होता — यह पूरे सामाजिक ढांचे पर सवाल उठाता है। क्या अब भी बेटियों की सफलता को पचाना इतना मुश्किल है? क्या अब भी पुरुष अहंकार बेटी की उड़ान से डरता है?
श्रद्धांजलि और चेतावनी
राधिका की असमय मौत ने खेल जगत और समाज दोनों को झकझोर दिया है। वह कई युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा थीं और उनकी अकादमी से कई बच्चों का भविष्य जुड़ा था। उनकी हत्या न केवल एक बेटी की हत्या है, बल्कि एक उम्मीद की भी हत्या है।
यह घटना हमें यह सोचने को मजबूर करती है कि बेटियों को केवल सशक्त बनाना ही काफी नहीं, उनके आसपास के समाज को भी शिक्षित करना जरूरी है। वरना, आत्मनिर्भरता और सफलता भी खतरे में पड़ सकती है।
राधिका यादव की हत्या केवल एक अपराध नहीं, बल्कि सामाजिक सोच पर एक गंभीर चोट है। बेटियों की तरक्की को परिवार के भीतर और बाहर समान आदर और सम्मान मिलना ही सच्चे सशक्तिकरण की दिशा में पहला कदम है।
State-level tennis player Radhika Yadav from Gurugram, Haryana, was tragically shot and killed by her own father over disputes related to her income and the social pressure he faced. This horrifying incident highlights the dangerous consequences of social stigma and family conflicts. As a rising tennis coach and academy founder, Radhika was an inspiration to many young athletes. Her murder in Gurugram has shaken the sports community and raised questions about mental health, honor, and family relationships in India.