AIN NEWS 1: हापुड़ जिले की जिलाधिकारी (डीएम) प्रेरणा शर्मा ने गुरुवार को गांव बछलौता के सरकारी स्कूल का अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने न केवल स्कूल की शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया, बल्कि बच्चों को भी खुद पढ़ाया। लेकिन निरीक्षण के दौरान जब यह पता चला कि स्कूल के बच्चे हिंदी नहीं पढ़ पा रहे हैं, तो डीएम ने शिक्षक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर फटकार लगाई।
बच्चों की हिंदी कमजोर, शिक्षक पर लापरवाही का आरोप
डीएम ने चौथी कक्षा के बच्चों से बारी-बारी से हिंदी पढ़ने को कहा, लेकिन बच्चे ठीक से हिंदी पढ़ने में असमर्थ रहे। इससे डीएम काफी नाराज हुईं और उन्होंने शिक्षक को लापरवाह बताते हुए कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने प्रधानाध्यापक से कहा कि बच्चों की शिक्षा में सुधार लाने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं।
मिड-डे मील की गुणवत्ता पर भी ध्यान
डीएम प्रेरणा शर्मा ने स्कूल में मिड-डे मील का निरीक्षण भी किया और उसकी गुणवत्ता को चखा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मिड-डे मील की गुणवत्ता को बनाए रखा जाए और बच्चों को पौष्टिक भोजन मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने स्कूल की सफाई व्यवस्था को भी सुधारने के निर्देश दिए।
बच्चों से गणित के सवाल पूछे
डीएम ने चौथी कक्षा के बच्चों से हिंदी के अलावा गणित के कुछ सवाल भी पूछे। हालांकि, हिंदी में बच्चों की स्थिति काफी खराब थी, लेकिन गणित के सवालों के जवाब बच्चों ने संतोषजनक दिए। इससे जिलाधिकारी को कुछ राहत मिली, लेकिन हिंदी के सुधार के लिए उन्होंने विशेष ध्यान देने की बात कही।
शिक्षक को तन्मयता से शिक्षा देने का निर्देश
डीएम प्रेरणा शर्मा ने शिक्षक को याद दिलाया कि शिक्षक भगवान स्वरूप होते हैं और उन्हें बच्चों को पूरी तन्मयता के साथ शिक्षा देने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ बच्चों को दिलवाना आवश्यक है।
डीएम ने पूरे स्कूल की व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया और शिक्षक, प्रधानाध्यापक और प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि बच्चों की शिक्षा के स्तर को जल्दी सुधारें।
इस निरीक्षण ने स्कूल प्रशासन में खलबली मचा दी, और अब यह देखा जाएगा कि सुधार की दिशा में कितनी तेजी से कदम उठाए जाते हैं।