Heera Group Scam: CEO Nowhera Shaikh Arrested in 500 Crore Fraud Case
500 करोड़ की ठगी में हीरा ग्रुप की सीईओ नोहेरा शेख गिरफ्तार, निवेशकों से वादों के जाल में फंसाकर रची साजिश
AIN NEWS 1: फरीदाबाद में मंगलवार शाम एक बड़ी कार्रवाई में हैदराबाद पुलिस ने 500 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में हीरा ग्रुप (Heera Group) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नोहेरा शेख को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी सूरजकुंड इलाके के एक होटल से की गई, जहां नोहेरा पिछले चार दिनों से रुकी हुई थीं।
नोहेरा शेख पर आरोप है कि उन्होंने हजारों निवेशकों को 80 प्रतिशत तक मुनाफा देने का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठी। यह घोटाला देश के बड़े निवेश घोटालों में से एक माना जा रहा है।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस प्रवक्ता यशपाल के अनुसार, हैदराबाद सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम ने फरीदाबाद पुलिस को सूचना दी कि उनकी वांछित आरोपी नोहेरा शेख सूरजकुंड में मौजूद है। इसके बाद सूरजकुंड थाना पुलिस के सहयोग से हैदराबाद की टीम ने उस होटल में छापा मारा और नोहेरा को गिरफ्तार कर लिया।
रात में ही उन्हें हैदराबाद ले जाया गया, जहां उन पर पहले से दर्ज मामलों की जांच जारी है।
लंबा चला धोखाधड़ी का सिलसिला
नोहेरा शेख के खिलाफ साल 2018 में ही तीन गैर-जमानती वारंट जारी हो चुके थे। उन्हें उस समय गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन बाद में जमानत मिल गई थी। जमानत की शर्तों के अनुसार, उन्हें अदालत में पेश होना था, लेकिन वे पेश नहीं हुईं।
इसके चलते फिर से गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। हैदराबाद पुलिस काफी समय से उनकी तलाश में थी और आखिरकार फरीदाबाद में उन्हें पकड़ने में सफलता मिली।
क्या है हीरा ग्रुप?
नोहेरा शेख की कंपनी का नाम हीरा ग्रुप (Heera Group of Companies) है, जिसके तहत करीब 200 से ज्यादा कंपनियां चलती थीं। इनमें प्रमुख रूप से हीरा गोल्ड, हीरा टेक्सटाइल्स, हीरा रिटेल, और हीरा हाउसिंग जैसी कंपनियां शामिल थीं।
नोहेरा ने अपने निवेशकों को यह भरोसा दिलाया कि यदि वे उसकी कंपनियों में पैसा लगाते हैं, तो उन्हें सालाना 80% तक का मुनाफा मिलेगा। लोगों को शुरुआत में थोड़ा लाभ दिखाकर और धार्मिक भावनाओं का सहारा लेकर करोड़ों रुपये का निवेश कराया गया।
कितने लोग हुए शिकार?
पुलिस जांच में सामने आया है कि हीरा ग्रुप की कंपनियों में करीब दो लाख निवेशकों ने पैसे लगाए थे। ये निवेशक देश के अलग-अलग हिस्सों से हैं, जिनमें अधिकांश मुस्लिम समुदाय से हैं। कई महिलाएं और बुजुर्ग भी इस झांसे में आकर अपनी जीवन भर की जमा पूंजी खो बैठे।
क्या कहती है पुलिस और अदालत?
हैदराबाद पुलिस के अनुसार, नोहेरा शेख के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात, और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामले दर्ज हैं। जांच में सामने आया है कि कंपनियों ने पोंजी स्कीम की तरह काम किया और निवेशकों को उनकी पूंजी से ही लाभ का illusion दिया गया।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग (IT Department) भी इस मामले की जांच में शामिल हो चुके हैं।
निवेशकों के लिए सबक
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि असाधारण मुनाफे के वादे अक्सर धोखाधड़ी होते हैं। निवेश करने से पहले किसी भी कंपनी की वैधता, रजिस्ट्रेशन, और कारोबारी मॉडल की जांच करना बेहद जरूरी है।
सरकार और नियामक संस्थाएं बार-बार जनता को इस प्रकार की स्कीमों से सतर्क रहने की अपील करती हैं, लेकिन लोभ में आकर लोग ठगों के जाल में फंस जाते हैं।
नोहेरा शेख कौन हैं?
नोहेरा शेख खुद को एक महिला उद्यमी और इस्लामी शिक्षाविद् बताती थीं। उन्होंने कई मंचों पर भाषण दिए और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की बातें कीं। लेकिन धीरे-धीरे उनकी कंपनियों की असली सच्चाई सामने आने लगी।
कई निवेशकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया।
आगे की कार्रवाई क्या होगी?
फिलहाल नोहेरा शेख को हैदराबाद पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि पैसा कहां गया, किन खातों में ट्रांसफर हुआ, और क्या इसमें कोई बड़ा सिंडिकेट शामिल है।
यदि आरोप साबित होते हैं, तो नोहेरा को लंबी सजा हो सकती है और उनकी संपत्तियां भी जब्त की जा सकती हैं।
Heera Group scam has taken a major turn as CEO Nowhera Shaikh was arrested in Faridabad for her alleged involvement in a 500 crore fraud. She reportedly lured over 2 lakh investors through Ponzi schemes promising 80% annual returns in companies like Heera Gold and Heera Textiles. The Hyderabad Police had issued non-bailable warrants against her since 2018. Nowhera’s arrest marks a key development in one of India’s biggest investment scams.