खबर की मुख्य बाते –
PM मोदी अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं, इससे ठीक 7 दिन पहले अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में पहला हिंदू-अमेरिकन सम्मेलन आयोजित किया गया.
मंत्रोच्चार के साथ हुआ पहला हिंदू-अमेरिकी सम्मेलन
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के मुताबिक, अमेरिका में करीब 30 लाख हिंदू रहते हैं.
अमेरिका में हिंदुओं के पास अगला राष्ट्रपति चुनने की ताकत है.
सम्मेलन में अमेरिका के फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क, बोस्टन, टेक्सास, शिकागो, कैलिफोर्निया से नेता शामिल हुए
Hindu – American summit में 130 भारतीय अमेरिकी नेता शामिल हुए.
सम्मेलन को अमेरिकी हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव के अध्यक्ष (हाउस स्पीकर) केविन मैकार्थी ने सम्बोधित किया
AIN NEWS 1। अमेरिका के कैपिटल हिल में पहला Hindu-American Summit आयोजित हुआ। हाल ही में गठित ‘ अमेरिकन्स हिन्दू ‘ पोलिटिकल एक्शन समिति द्वारा इसका आयोजन हुआ इस सम्मेलन को ” अमेरिकन्स फॉर हिन्दू “ का नाम दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में आयोजित हुए इस पहले हिंदू-अमेरिकी शिखर सम्मेलन में अमेरिकी क्रिश्चियन सांसदों ने हिंदुओं के हित में बातें कहीं. इस दौरान अमेरिकी सांसद रिचर्ड मैकोर्मिक ने कहा कि अमेरिकी हिंदुओं के पास अगला राष्ट्रपति चुनने की ताकत मौजूद है. इस बात से पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुआ पहला Hindu-American Summit
अमेरिकी संसद में हिंदू-अमेरिकी शिखर सम्मेलन की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार और प्रार्थना के साथ हुई. इस समिट को 20 हिंदू संस्थाओं के समर्थन से कराया गया. इस समिट में रिपब्लिकन पार्टी के सांसद Joe Wilson ने अपने पिता की सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान की तस्वीर दिखाई जब वो ताजमहल देखने आगरा पहुंचे थे.
‘ अमेरिका में हिन्दू हर क्षेत्र में बेहतरीन काम करते है ‘ – रोमेश जपरा
अमेरिकन्स4हिंदू पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के पदाधिकारी रोमेश जपरा द्वारा बताया गया कि hindu-American समिट का मकसद अमेरिका में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों की दिक्कतों की तरफ अमेरिका में कानून बनाने वाले लोगों का ध्यान आकर्षित करना है. इस सम्मेलन के आयोजक रोमेश जापरा ने कहा कि हमारे समुदाय ने हर एक क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है. लेकिन हिन्दू राजनीती में पीछे रह गए है।