AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हिंदू संस्कृति विश्व की सृजनात्मक चेतना का आधार है। इसमें न केवल सभ्यता और संस्कृति के उत्थान की शक्ति है, बल्कि वैश्विक कल्याण की भावना भी निहित है। उन्होंने हिंदू अर्थव्यवस्था (Hindu Economy) को समृद्ध और मजबूत बनाने पर जोर दिया, ताकि “एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य” के विचार को साकार किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदू अर्थव्यवस्था को सशक्त करना न केवल हमारा संकल्प है, बल्कि यह हमारा कर्तव्य भी है। उन्होंने विश्वास जताया कि विश्व हिंदू आर्थिक मंच (World Hindu Economic Forum, WHEF) हिंदू अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा प्रदान करेगा। यह मंच आत्मनिर्भर और विकसित भारत-2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगा।
हिंदू अर्थव्यवस्था और वैश्विक कल्याण
मुख्यमंत्री ने हिंदू अर्थव्यवस्था को विश्व कल्याण का आधार बताते हुए कहा कि इसमें सभी को जोड़ने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक उत्थान के लिए हमें हिंदू अर्थव्यवस्था को समृद्ध बनाना होगा। यह केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
WHEF के आयोजन की सराहना
मुख्यमंत्री ने विश्व हिंदू आर्थिक मंच के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह आयोजन हिंदू व्यापारियों, उद्यमियों और उद्योगपतियों को एक मंच पर लाकर नई संभावनाओं को जन्म देगा। इसके माध्यम से युवा उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगा और भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक पहचान मिलेगी।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
योगी आदित्यनाथ ने आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को रेखांकित करते हुए कहा कि यह केवल एक सपना नहीं है, बल्कि यह एक यथार्थवादी लक्ष्य है। हिंदू अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करके हम 2047 तक एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकते हैं।
शुभकामनाएं व्यक्त कीं
मुख्यमंत्री ने इस आयोजन की सफलता के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह प्रयास न केवल हिंदू समाज को एकजुट करेगा, बल्कि आर्थिक प्रगति और वैश्विक कल्याण में भी योगदान देगा।
मुख्यमंत्री ने हिंदू संस्कृति और अर्थव्यवस्था को भारतीय और वैश्विक विकास का मूल बताते हुए सभी को इस दिशा में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने विश्वास जताया कि WHEF जैसे आयोजन हमें आत्मनिर्भर भारत और वैश्विक कल्याण की दिशा में आगे बढ़ाएंगे।