AIN NEWS 1 : झारखंड के हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड में मंगलवार को एक विशेष आयोजन किया गया, जिसमें धर्म बदल चुके 100 लोगों की ‘घर वापसी’ कराई गई। इन लोगों ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था, लेकिन अब वे पुनः हिंदू धर्म की ओर लौट रहे हैं।
इस कार्यक्रम की शुरुआत हवन से हुई, जिसके बाद धर्मांतरित व्यक्तियों की घर वापसी की प्रक्रिया पूरी की गई। अब हर मंगलवार को संध्या शिव मंदिर में महा आरती का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पूरे गांववासियों को शामिल होने की अपील की गई है।
इचाक प्रखंड के बरकाखुर्द, सायल कला गांव और मामरख टोला में लगभग 100 लोगों ने ईसाई धर्म अपनाया था। इस सूचना के बाद पंचायत प्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने एक सामूहिक पहल की और रविवार को बरकाखुर्द शिव मंदिर में एक सभा आयोजित की। इसमें धर्मांतरित लोगों को समझाया गया और उनकी वापसी के लिए प्रेरित किया गया।
20 परिवारों के 100 लोग हिंदू धर्म की ओर लौटने के लिए तैयार हो गए हैं, जबकि अन्य लोगों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है। जिन लोगों ने वापसी से मना किया है, उनके खिलाफ सामाजिक बहिष्कार जैसे कड़े कदम उठाए जाने का निर्णय लिया गया है।
इस आयोजन के बाद, हर मंगलवार की शाम को शिव मंदिर में महा आरती का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी ग्रामवासियों को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह कदम ग्रामीणों को जागरूक करने और धार्मिक एकता को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
इसके अलावा, एक अन्य घटना में गढ़वा जिले में तीन लोग छह महिलाओं को ईसाई धर्म से संबंधित प्रार्थना करा रहे थे। जब ग्रामीणों ने यह देखा, तो उन्होंने तीनों को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। गांव वालों का आरोप है कि ये लोग महिलाओं को प्रलोभन देकर ईसाई बना रहे थे। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और जांच जारी है।
इस प्रकार, झारखंड में धर्म परिवर्तन और घर वापसी के मामले समाज में धार्मिक और सामाजिक संवेदनाओं को प्रभावित कर रहे हैं।