AIN NEWS 1: सहारनपुर: एक सफल ज्वेलरी व्यापारी सौरभ बब्बर और उनकी पत्नी मोना की आत्महत्या ने सबको चौंका दिया है। इस घटना के पीछे 7 करोड़ रुपए के सोने की कहानी जुड़ी है। सौरभ और मोना ने भारी कर्ज और आर्थिक दबाव के चलते 10 अगस्त को हरिद्वार जाकर गंगा नदी में आत्महत्या की।
घटना का विवरण:
सौरभ बब्बर, जो सहारनपुर में गोल्ड किटी सेविंग नाम की एक कमेटी चलाते थे, ने कई सालों तक लोगों से हर महीने पैसे जमा कराए और बदले में सोना देने का वादा किया था। सौरभ की कमेटी में सैकड़ों लोग सदस्य थे। हाल ही में, सौरभ ने एक स्थानीय कारोबारी से 7 करोड़ रुपए का सोना बुक किया था, जो कि 10 अगस्त को फाइनल होना था। लेकिन दुर्भाग्यवश, कारोबारी का बेटा 7 करोड़ रुपए लेकर दुबई चला गया, जिससे सौरभ को सोना प्राप्त नहीं हो सका।
सौरभ के ऊपर पहले से ही करीब 3 करोड़ रुपए का कर्ज था। कर्जदारों के दबाव के चलते सौरभ और मोना ने आत्महत्या का निर्णय लिया। उन्होंने 10 अगस्त को अपने माता-पिता से मिलकर कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा और फिर अपने बच्चों को ससुराल में नाना-नानी के पास छोड़ दिया।
इसके बाद, सौरभ और मोना ने बाइक से हरिद्वार का रुख किया और हाथी पुल से गंगा नदी में कूद गए। सौरभ का शव गंगा नदी से बरामद हो गया है, लेकिन मोना की लाश अभी तक नहीं मिली है।
आत्महत्या के पीछे का कारण:
सौरभ और मोना ने आत्महत्या के पीछे कर्ज के दबाव और 7 करोड़ रुपए के सोने के लेन-देन की असफलता को बताया है। उन्होंने अपनी सम्पत्ति और बच्चों की जिम्मेदारी नाना-नानी के हवाले कर दी थी और एक सुसाइड नोट भी छोड़ा जिसमें कर्जदारी और आर्थिक परेशानी का जिक्र किया गया।
यह घटना समाज के सामने आर्थिक दबाव और असफलता के कारण उत्पन्न होने वाली निराशा को उजागर करती है।