नई दिल्ली, 22 नवंबर 2024: देशभर से आए 1,000 से अधिक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स और कर्मचारियों ने आज दिल्ली के जंतर मंतर पर FMRAI (फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के बैनर तले विशाल धरना दिया। इस प्रदर्शन में कर्मचारियों ने श्रमिक अधिकारों और कार्य परिस्थितियों को लेकर अपनी मुख्य मांगें उठाईं।
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें
- श्रम विरोधी चार श्रम संहिताओं को रद्द किया जाए।
- नियमित और निश्चित कार्य समय सुनिश्चित किया जाए।
- 1976 में भारतीय संसद द्वारा पारित SPE अधिनियम को लागू किया जाए।
मुख्य वक्ताओं के बयान
- FMRAI के महासचिव शांतनु चटर्जी और CITU के राष्ट्रीय सचिव ज्ञान शंकर मजूमदार ने देशभर के मेडिकल और सेल्स प्रतिनिधियों द्वारा झेले जा रहे कठिनाइयों पर विस्तार से चर्चा की।
- उन्होंने सरकार से श्रम कानूनों में बदलाव करने और श्रमिकों के लिए सुरक्षित व समान कार्य स्थितियां सुनिश्चित करने की अपील की।
ज्ञापन सौंपा गया
FMRAI की ओर से पंकज कुमार (WCM) और सुनील कुमार (संयुक्त महासचिव) की दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने श्रम शक्ति भवन में अधिकारियों से चर्चा के बाद ज्ञापन सौंपा।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
- CITU दिल्ली राज्य के अध्यक्ष वीरेंद्र गौर और महासचिव अनुराग सक्सेना ने धरने में भाग लेकर प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया।
- दिल्ली सेल्स एंड मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स ऑर्गनाइजेशन (DSMRO), जो दिल्ली के मेडिकल प्रतिनिधियों का संगठन है, ने धरने को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। संगठन के महासचिव नरेश शर्मा, अध्यक्ष पी.के. चौधरी, और कोषाध्यक्ष ने मंच साझा किया।
कार्यक्रम का समापन
FMRAI के महासचिव पंकज कुमार ने सभी प्रतिभागियों को उनके समर्थन और योगदान के लिए धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
निष्कर्ष
यह धरना मेडिकल प्रतिनिधियों और कर्मचारियों के श्रमिक अधिकारों की आवाज़ को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रदर्शन ने सरकार से उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक कार्रवाई की उम्मीद बढ़ा दी है।