उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक महिला को संभल हिंसा का वीडियो देखने और पुलिस की तारीफ करने पर पति ने तीन तलाक दे दिया। इस घटना के बाद पीड़िता ने एसएसपी मुरादाबाद से शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले को गंभीर मानते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र के लाजपत नगर इलाके की है। निदा नाम की महिला अपने मोबाइल पर संभल हिंसा का वीडियो देख रही थी। वीडियो में पुलिस को उपद्रवियों से निपटते देख उसने पुलिस की तारीफ कर दी। इस बात से उसका पति एजाजुल नाराज़ हो गया और गुस्से में उसे तीन तलाक दे दिया।
पीड़िता का बयान
पीड़िता ने बताया कि उनके पहले पति की मौत के बाद उनकी दूसरी शादी एजाजुल से हुई थी। शादी के बाद से ही उनके पति उनसे नाराज रहते थे। एक दिन जब वे अपने पति के ऑफिस गईं और इंतजार करते समय मोबाइल पर संभल हिंसा का वीडियो देख रही थीं, तभी पति ने यह देख लिया। जब उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का समर्थन किया, तो पति ने उन्हें काफिर कहकर तीन तलाक दे दिया।
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि शादी से पहले पति ने उनके साथ दुष्कर्म किया था, लेकिन पुलिस कार्रवाई के डर से निकाह कर लिया था।
वकील का पक्ष
पीड़िता के वकील अभिषेक शर्मा का कहना है कि महिला को अपनी राय रखने का पूरा हक है। उन्होंने सिर्फ वीडियो देखकर पुलिस का समर्थन किया, लेकिन उनके पति ने उन्हें काफिर कहकर तीन तलाक दे दिया।
पुलिस का बयान
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि महिला ने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। महिला ने पति और परिवार के अन्य सदस्यों पर मारपीट और छेड़छाड़ के भी आरोप लगाए हैं। मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है और जांच के बाद सबूतों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
संभल हिंसा का संदर्भ
24 नवंबर को संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हुई थी और 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे। पुलिस ने इस मामले में 2,500 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
उपद्रवियों से वसूली
हिंसा के दौरान करीब 1 करोड़ रुपये की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी। पुलिस ने फुटेज से 400 उपद्रवियों की पहचान की है और उनके पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जा रहे हैं।
यह मामला न केवल महिलाओं के अधिकारों, बल्कि समाज में व्याप्त असहिष्णुता पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।