AIN NEWS 1 | भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने गर्मियों में हाइड्रेटेड रहने के लिए चीनी वाले पेय के सेवन से बचने की सलाह दी है। जानें इस गर्मी में क्या करना चाहिए।
गर्मियों की तेज धूप में लोग अक्सर राहत पाने के लिए गन्ने का रस, फलों का जूस और ठंडी कॉफी का सहारा लेते हैं। लेकिन ICMR ने इन पेय पदार्थों के अत्यधिक सेवन से बचने की सख्त चेतावनी जारी की है।
गन्ने के रस के सेवन में सावधानी
ICMR के अनुसार, “गन्ने का रस, जो भारत में गर्मियों के दौरान extensively उपयोग किया जाता है, में अधिक मात्रा में चीनी होती है, इसलिए इसका सेवन कम करना चाहिए।”
“सॉफ्ट ड्रिंक्स पानी या ताजे फलों का विकल्प नहीं हैं और इन्हें भी अवॉयड करना चाहिए,” उन्होंने कहा। ICMR ने इसके बजाय मट्ठा, नींबू पानी, बिना चीनी के ताजे फलों का रस, और नारियल पानी जैसे विकल्पों की सिफारिश की है।
गन्ने के रस में उच्च चीनी सामग्री से जुड़े स्वास्थ्य जोखिम
DHEE अस्पताल की मुख्य डाइटीशियन शुभा रमेश एल. ने इन दिशानिर्देशों से सहमति जताई है। उन्होंने बताया कि गन्ने का रस प्राकृतिक शर्करा में समृद्ध होता है, जो गर्म मौसम में कई स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है:
- डिहाइड्रेशन: उच्च शर्करा का सेवन पानी की अधिक मात्रा की मांग करता है, जिससे शरीर अधिक पानी खोता है। यह गर्मियों में विशेष रूप से समस्याग्रस्त हो सकता है जब शरीर पहले से ही पसीने के माध्यम से काफी पानी खोता है।
- ब्लड शुगर स्पाइक्स: गन्ने के रस में शर्करा का तेजी से अवशोषण ब्लड ग्लूकोज स्तर में तेज वृद्धि का कारण बन सकता है, जिससे इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है।
- वजन बढ़ना: चीनी वाले पेय पदार्थों से अतिरिक्त कैलोरी वजन बढ़ाने में सहायक होती हैं, जिससे मधुमेह और हृदय रोग जैसी समस्याएं और भी जटिल हो सकती हैं।
पूरे फलों और फलों के रस में पोषण लाभ का अंतर
कनिका मल्होत्रा, कंसल्टेंट डाइटीशियन और सर्टिफाइड डायबिटीज एजुकेटर ने बताया कि “पूरे फलों में पोषक फाइबर होता है, जो जूसिंग के दौरान समाप्त हो जाता है। फाइबर आपको लंबे समय तक भरा हुआ रखता है, पाचन में सहायक होता है, और ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करता है।”
फल का गूदा और छिलका अक्सर महत्वपूर्ण विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरे होते हैं, जो जूसिंग के दौरान खो सकते हैं। पूरे फलों को चबाने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जो पाचन को सुविधाजनक बनाता है और शर्करा के अवशोषण की गति को नियंत्रित करता है।
पानी के विकल्प के रूप में सॉफ्ट ड्रिंक्स
शुभा ने बताया कि सॉफ्ट ड्रिंक्स, चाहे कार्बोनेटेड हों या नॉन-कार्बोनेटेड, पानी के पर्याप्त विकल्प नहीं हैं। इनमें अक्सर अधिक मात्रा में अतिरिक्त शर्करा होती है, जो कैलोरी की मात्रा बढ़ाती है और वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है।
“कई सॉफ्ट ड्रिंक्स में कृत्रिम स्वाद, रंग और संरक्षक होते हैं, जो समय के साथ प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभाव डाल सकते हैं,” उन्होंने कहा। इसके अलावा, सॉफ्ट ड्रिंक्स में कैफीन और अम्लीय सामग्री हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ता है।
चाय और कॉफी के सेवन को प्रबंधित करने की रणनीतियाँ
मल्होत्रा ने सलाह दी, “अपने दैनिक चाय और कॉफी के सेवन का ध्यान रखें।”
- समय पर सेवन करें: कैफीन का सेवन एक समय में न करें। इसे सुबह और दोपहर में फैलाएं।
- हर्ब्स का उपयोग करें: दिन के बाद के समय में दालचीनी, हल्दी और कैमोमाइल, जैस्मिन या हिबिस्कस चाय जैसे हर्ब्स का सेवन करें।
- शरीर की सुनें: यदि आप झटके, चिंता, या नींद की समस्याओं का अनुभव करते हैं, तो कैफीन का सेवन कम करें।
गर्मी में हाइड्रेटेड रहने के टिप्स
शुभा ने गर्मियों में स्वस्थ और हाइड्रेटेड रहने के लिए निम्नलिखित कदम सुझाए:
- पानी का सेवन: रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें, जो गतिविधि स्तर और गर्मी के अनुसार बदल सकता है।
- इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन्स: घर पर बने या व्यावसायिक इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन्स का उपयोग करें।
- हाइड्रेटिंग फूड्स: तरबूज, खीरा, और संतरे जैसे पानी-समृद्ध फलों और सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
- अल्कोहल और मीठे पेय से बचें: ये डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ा सकते हैं, इसलिए इनका सेवन कम या बिल्कुल न करें।
इस गर्मी में इन सुझावों का पालन करके आप स्वस्थ और हाइड्रेटेड रह सकते हैं।