AIN NEWS 1 | देश के प्रतिष्ठित और शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में शामिल आईआईटी रुड़की में साइबर सुरक्षा से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसने छात्रों, पूर्व छात्रों और संस्थान की प्रतिष्ठा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 30,000 से अधिक छात्रों और पूर्व छात्रों की निजी जानकारी बिना किसी सुरक्षा के एक सार्वजनिक वेबसाइट पर उपलब्ध थी। यह लीक न सिर्फ गोपनीयता का उल्लंघन है, बल्कि संभावित साइबर अपराधों का खतरा भी बढ़ा देता है।
कौन-सा डेटा हुआ लीक?
इस लीक में जिन जानकारियों का खुलासा हुआ, उनमें शामिल हैं:
मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
माता-पिता के संपर्क नंबर
जातिगत श्रेणी और वित्तीय स्थिति
एडमिशन और ग्रेजुएशन का साल
छात्रों की तस्वीरें
ये सभी जानकारी किसी भी व्यक्ति के लिए उपलब्ध थी, बशर्ते वह छात्र का एनरोलमेंट नंबर जानता हो।
कैसे हुआ खुलासा?
“टाइम्स ऑफ इंडिया” की रिपोर्ट के अनुसार, यह डेटा संभवतः आईआईटी रुड़की के अकादमिक अफेयर्स विभाग के रिकॉर्ड से निकाला गया और फिर बिना किसी पासवर्ड या सुरक्षा व्यवस्था के एक वेबसाइट पर डाल दिया गया।
जैसे ही यह जानकारी सार्वजनिक हुई, संस्थान ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आंतरिक जांच शुरू करने का आदेश दिया। डिप्टी डायरेक्टर यू. पी. सिंह ने बताया कि यह मामला डीन एकेडमिक अफेयर्स और डीन स्टूडेंट वेलफेयर को सौंप दिया गया है ताकि जल्द से जल्द उचित कदम उठाए जा सकें।
10 साल से सक्रिय थी वेबसाइट
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यह वेबसाइट लगभग 10 वर्षों से सक्रिय थी। हालांकि, मौजूदा बैच के छात्रों का डेटा इसमें नहीं था, लेकिन पुराने बैच के रिकॉर्ड समय-समय पर अपडेट किए जा रहे थे।
कई छात्रों का मानना है कि वेबसाइट का संचालन करने वाला व्यक्ति किसी अनजान स्थान से यह संवेदनशील जानकारी इस्तेमाल कर रहा था। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस डेटा का उपयोग किस उद्देश्य के लिए किया जा रहा था।
छात्रों की प्रतिक्रिया
एक छात्र ने चिंता जताते हुए कहा,
“यह बेहद गंभीर मामला है कि हमारी निजी जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति के पास है और वह इसे सार्वजनिक कर रहा है। सबसे हैरानी की बात है कि संस्थान को इसकी भनक तक नहीं लगी।”
यह स्थिति न केवल गोपनीयता के अधिकार का उल्लंघन है, बल्कि छात्रों को संभावित फिशिंग अटैक, पहचान चोरी और धोखाधड़ी जैसी साइबर क्राइम गतिविधियों के खतरे में डालती है।
संस्थान की अगली कार्रवाई
आईआईटी रुड़की प्रशासन ने वादा किया है कि इस वेबसाइट को जल्द से जल्द बंद किया जाएगा और डेटा को सुरक्षित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, अभी तक इस लीक हुए डेटा के दुरुपयोग से जुड़े किसी संभावित खतरे पर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
यह घटना स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि भारत के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में भी साइबर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर खामियां मौजूद हैं, और अब समय आ गया है कि इन्हें दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
The IIT Roorkee data leak has sparked serious concerns over cybersecurity in India’s top educational institutions. Over 30,000 students and alumni had their personal information — including phone numbers, email addresses, parental contact details, caste category, financial status, and photos — exposed online for nearly a decade. This cybersecurity breach at IIT Roorkee highlights the urgent need for stronger data protection policies to prevent student data leaks and safeguard privacy in the Indian education system.



















