AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के (Agra)आगरा के मुरली विहार कॉलोनी (शाहगंज) में गुरुवार आधी रात को एक सिरफिरे युवक ने घरों के बाहर खड़ी हुई नौ कारें सहित 14 जगह पर आग लगा दी। जिससे रात में ही सभी लोग अपने घरों के बाहर निकल आए। उन्होने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी सूचना पर आई फायर ब्रिगेड ने इस आग पर काबू पाया। आग में चार कार पूरी तरह जल गईं। इस घटना का सीसीटीवी में रिकार्ड हो गई। पुलिस ने इस कॉलोनी में घूम रहे पानीपत निवासी जुबैर को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया। एटीएस, आईबी उससे पूछताछ कर रही हैं। बता दें गजेन्द्र सिंह चौहान के घर के बाहर खड़ी उनकी कार का सेंसर रात को करीब दो बजे अचानक से बजने लगा। इसके बाद वह भागकर बाहर आए तो देखा कि उनकी कार में आग लगी है। उन्होने आग को बुझाया। इसके एक मिनट बाद ही अधिवक्ता योगेश बघेल और चंद्रकांत उप्रैती के घरों के बाहर ही खड़ी कारों में भी आग लग गई। प्रदीप कुमार अग्रवाल, कॉलोनी में रहने अतुल दुबे, अजीत सिंह, प्रदीप अग्रवाल की कारों में भी आग लगी। अचानक लगी आग से पूरी कालोनी में अफरातफरी मच गई। इस दौरान संजय चौहान ने बताया कि आधे घंटे तक यह आग लगती रही। पुलिस ने इस दौरान सीसीटीवी देख इस कॉलोनी में ही घूम रहे आरोपी पानीपत (हरियाणा) निवासी जुबैर को गिरफ्तार कर लिया।
जान ले इस दौरान क्या बोली पुलिस
आगरा के ही लोहामंडी सर्किल के एसीपी मयंक तिवारी ने इस पूरे मामले में कहा कि एक सिरफिरे को पुलिस ने कुछ ही देर बाद गिरफ्तार कर लिया था। जिसपर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी से आईबी, एटीएस व एलआइलयू की टीमें भी पूछताछ कर रही हैं।
यहां हम आपको बता दें सोफे के कवर बेचता था आरोपी जुबैर
इस आरोपी जुबैर ने पूछताछ में बताया कि वह गंगाराम कालोनी, पानीपत का ही रहने वाला है। वह पहले आगरा में ही सोफे के कवर बेचने का काम किया करता था। गुरुवार रात को ही वह पानीपत से आगरा आया था। आईएसबीटी पर उतरने के बाद अपने मित्र खंदारी निवासी अब्दुल रऊफ के पास मे गया था। वहां से निकलने के बाद ही उसने ठेके पर शराब पी। इसके बाद एक आटो में बैठ गया, लेकीन वह आधी रात को उसे दौरेठा में उताकर भाग गया। कई लोगों से पता पूछा तो किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। इसी गुस्से में उसने वहां खड़े हुए वाहनों में अपने लाइटर से आग लगानी शुरू कर दी।
उसने टाल, घर के गेट पर रखी हुई लकड़ियों में भी आग लगाई
इस दौरान आरोपी जुबैर ने कारों में आग लगाने के साथ-साथ हो जयवीर सिंह के घर के गेट पर रखी हुई लकड़ियों में भी आग लगाई। उसके बाद राजकुमार अग्रवाल की भुस की टाल में भी आग लगाई। इसके बाद रेलवे लाइन के किनारे रखे हुए खोखे में आग लगाई। नट समाज के लोगों की एक झोपड़ी में भी इस जुबैर ने आग लगाई थी। इसके अलावा उसने योगेश बघेल, बलबीर सिंह पौनिया, गजेन्द्र सिंह चौहान, सुनील शर्मा, चंद्रकांत उप्रेती, अजीत सिंह, प्रदीप अग्रवाल, अतुल दुबे, पीसी चतुर्वेदी की कारों में आग लगाई।