AIN NEWS 1: चंदौसी में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में नगर पालिका के कर्मचारी अमन कार्तिक ने जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं। अमन ने बताया कि पिछले तीन माह से उसे वेतन नहीं मिला है और एक बाबू उससे रिश्वत मांग रहा है। इस पर डीएम का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने तुरंत उपजिलाधिकारी (SDM) को आदेश दिए कि वे अमन का वेतन जारी करें और बाबू के खिलाफ कार्रवाई करें।
इस दिन कुल 155 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 46 का मौके पर ही समाधान किया गया। डीएम डॉ. पेंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से राजस्व, पुलिस और अन्य विभागों की शिकायतों का निस्तारण किया।
समाधान दिवस में भाग लेने के लिए जिले के कई अधिकारी भी मौजूद थे, जिनमें मुख्य विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट, उपजिलाधिकारी नीतू रानी, क्षेत्राधिकारी संतोष कुमार और तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह शामिल थे। समाधान दिवस में हिंदू नेता कौशल किशोर वंदेमातरम ने लक्ष्मण गंज में विलुप्त हो चुके मंदिर और बावड़ी को पुनर्जीवित करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। डीएम ने मामले की जांच के लिए एडीएम और तहसीलदार को मौके पर भेजने के निर्देश दिए।
डीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और लंबित न रखा जाए। उन्होंने पुलिस को भी शिकायतों के निस्तारण के लिए संबंधित थानाध्यक्षों के साथ वार्ता करने की सलाह दी।
नशा मुक्त भारत अभियान की समीक्षा
इसके बाद, संभल कलक्ट्रेट सभागार में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता डीएम डॉ. पेंसिया ने की। उन्होंने अधिकारियों को अवैध शराब की बिक्री और मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए।
आबकारी अधिकारी अनुपम राजन ने स्मैक के खिलाफ किए गए अभियान की जानकारी दी, और डीएम ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए कि सभी मेडिकल स्टोरों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और औषधि निरीक्षक को अवैध दवाइयों की जांच करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा, डीएम ने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि प्रत्येक माह के पहले कार्यदिवस पर बच्चों की रैली आयोजित की जाए, ताकि नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाई जा सके। बैठक में ब्रह्मकुमारी संगठन को भी अभियान में शामिल होने और किए जा रहे कार्यों की जानकारी देने का निर्देश दिया।
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला पंचायत राज अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इस प्रकार, समाधान दिवस और नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जिलाधिकारी ने प्रशासनिक कार्यों को सख्ती से संभाला और अधिकारियों को कड़े दिशा-निर्देश दिए।