AIN NEWS 1: प्रयागराज के सोरांव थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां महाकुंभ 2025 में फंसे श्रद्धालुओं के लिए तैयार किए जा रहे भोजन में पुलिस इंस्पेक्टर ब्रजेश तिवारी ने बालू डालकर उसे खराब कर दिया। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
भोजन में बालू डालने की घटना से आक्रोश
इस घटना के सामने आने के बाद लोगों में भारी आक्रोश है। सोशल मीडिया पर लोग पुलिस अधिकारी की इस हरकत की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
अखिलेश यादव ने जताई नाराजगी
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस घटना की निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर वीडियो साझा करते हुए लिखा,
“जो लोग महाकुंभ में फंसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर रहे हैं, उनके सद्प्रयासों पर राजनीतिक विद्वेषवश इस तरह से पानी फेरना दुर्भाग्यपूर्ण है।”
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, ट्रैफिक नियंत्रण के लिए सख्त नियम
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। हाल ही में हुए भगदड़ के बाद प्रशासन ने कई सख्त कदम उठाए हैं।
वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित: प्रयागराज शहर में बाहरी वाहनों की एंट्री पूरी तरह से रोक दी गई है।
नो-व्हीकल ज़ोन: मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल ज़ोन घोषित कर दिया गया है, यहां तक कि VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं।
रास्तों में बदलाव: श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए आने-जाने के रास्तों को अलग-अलग कर दिया गया है।
4 फरवरी तक कड़े प्रतिबंध: प्रशासन ने घोषणा की है कि ये नियम 4 फरवरी तक लागू रहेंगे।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
इस घटना के बाद प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। श्रद्धालुओं के लिए खाना बना रहे लोगों का कहना है कि पुलिस की यह हरकत निंदनीय है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
महाकुंभ 2025 जैसे भव्य धार्मिक आयोजन में इस तरह की घटनाएं आस्था को ठेस पहुंचाती हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
During Mahakumbh 2025 in Prayagraj, a shocking incident took place where a police inspector allegedly put sand in food prepared for stranded devotees. The viral video has sparked massive outrage on social media, with people demanding strict action against the officer. This incident raises serious questions about the safety and security of devotees at such a grand event. Traffic restrictions, no-vehicle zones, and security measures have also been implemented in Prayagraj till February 4, 2025, to manage the massive crowd at Mahakumbh 2025.