AIN NEWS 1 | राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायकों का धरना रविवार (23 फरवरी) को तीसरे दिन भी जारी है। सरकार के दो मंत्रियों ने बातचीत की कोशिश की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। कांग्रेस का आरोप है कि स्पीकर वासुदेव देवनानी की हठधर्मिता के कारण गतिरोध बना हुआ है।
क्या हैं कांग्रेस विधायकों की मांगें?
1. विपक्ष को दबाने का आरोप
- कांग्रेस विधायकों का आरोप है कि सत्ता पक्ष विपक्ष को बोलने नहीं दे रहा और सरकार सदन चलाने की इच्छुक नहीं है।
- पहली बार विधायक बने मनीष यादव ने कहा कि बजट में झूठे आंकड़े पेश किए गए हैं।
- नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली का आरोप है कि सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है, लेकिन समाधान निकालने के लिए गंभीर नहीं है।
2. मंत्री के बयान पर विवाद
- विवाद की शुरुआत तब हुई जब मंत्री अविनाश गहलोत ने कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास योजना पर चर्चा करते हुए इंदिरा गांधी का जिक्र किया।
- उन्होंने कहा, “2023-24 के बजट में भी आपने अपनी ‘दादी’ इंदिरा गांधी के नाम पर योजना रखी थी।”
- इस बयान से नाराज कांग्रेस विधायकों ने माफी की मांग करते हुए हंगामा किया, जिससे सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी।
- इसके बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा समेत छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया।
भारत-पाकिस्तान मैच देखेंगे विधायक!
टीका राम जूली ने कहा कि कांग्रेस विधायक आज सदन में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच देखने वाले हैं।
- उन्होंने कहा कि सोमवार के लिए रणनीति बनाने को लेकर बैठक होगी।
- इस दौरान धरना स्थल पर विधायकों के भोजन का इंतजाम सरदार शहर के कांग्रेस विधायक अनिल शर्मा कर रहे हैं।
अब आगे क्या?
- कांग्रेस विधायकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता, तब तक वे धरना जारी रखेंगे।
- राजस्थान की राजनीतिक गर्मी बढ़ती जा रही है, और देखना होगा कि सरकार और कांग्रेस के बीच गतिरोध कब तक जारी रहता है।