AIN NEWS 1: भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज गंगटोक, सिक्किम में Army Commanders’ Conference (ACC) की अध्यक्षता की। यह सम्मेलन पहली बार दिल्ली के बाहर, एक महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थान पर आयोजित किया जा रहा है।
इस सम्मेलन का उद्देश्य:
1. संचालनात्मक तैयारियों की समीक्षा: सम्मेलन में वर्तमान सैन्य तैयारियों का मूल्यांकन किया जाएगा, जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि सेना किसी भी आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार है।
2. महत्वपूर्ण रणनीतियों पर चर्चा: सम्मेलन में सेना की भविष्य की रणनीतियों पर गहन चर्चा की जाएगी, जिसमें सामरिक और तकनीकी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
3. राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान: यह सम्मेलन राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें सीमाओं की सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी रणनीतियाँ शामिल हैं।
4. तकनीकी प्रगति पर विचार: भारतीय सेना में तकनीकी उन्नति पर विचार-विमर्श किया जाएगा, ताकि सेना को आधुनिक युद्ध के लिए तैयार किया जा सके।
सम्मेलन की संरचना
सम्मेलन का आयोजन दो चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण का आयोजन गंगटोक में हो रहा है, जबकि दूसरे चरण का आयोजन 28-29 अक्टूबर को नई दिल्ली में होगा। इस हाइब्रिड मोड में आयोजित सम्मेलन में फिजिकल और वर्चुअल दोनों प्रकार के प्रतिभागियों की सहभागिता होगी, जिससे अधिकतम मुद्दों पर चर्चा संभव हो सके।
रणनीतिक महत्व
गंगटोक जैसे रणनीतिक स्थान पर सम्मेलन का आयोजन भारतीय सेना की पूर्वोत्तर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को सुदृढ़ करने के प्रति गंभीरता को दर्शाता है। यह सम्मेलन सेना की तैयारियों और सामरिक दृष्टिकोण को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर चीन और अन्य संभावित खतरों के संदर्भ में।
निष्कर्ष
यह सम्मेलन न केवल सेना की वर्तमान स्थिति को समझने का एक अवसर है, बल्कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक योजनाओं को तैयार करने का भी मंच है। जनरल उपेंद्र द्विवेदी की अगुवाई में यह सम्मेलन निश्चित रूप से भारतीय सेना की क्षमता और रणनीतिक सोच को और मजबूत करेगा।
इस प्रकार, गंगटोक में आयोजित Army Commanders’ Conference राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व को समझने और उसे सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारतीय सेना की आधुनिकता और तैयारियों को दर्शाता है।