AIN NEWS 1 भारतीय रेलवे:(Confirm Train Ticket)केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने कहा है कि आज से कुल 10 साल पहले जब हम रेलवे की बात करते थे तो यह एक अलग ही तस्वीरें नजर आती थी. रेलवे स्टेशनों और ज्यादातर ट्रेन में ही गंदगी की बहुत समस्या होती थी. 10 साल पहले जो रेलवे की हालत थी कि इसको पूरी तरह से राइट ऑफ किया हुआ था. इसी कार्यक्रम में ही उन्होंने मंच से ही यह भी बता दिया कि आने वाले कुछ 5-6 सालों में रेलवे में वेटिंग लिस्ट का झमेला पूरी तरह से ही खत्म हो जाएगा. इस दौरान वैष्णव ने उनका बिना नाम लिए आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर अपना तंज कसते हुए कहा कि कुछ नेता लोग थे, जो जमीन के बदले मे जॉब देकर इस तरह के कारनामे करके अपना सिर्फ अपना घर भरते थे या फिर अपने बच्चों को वह लोग स्थापित करने में लगे हुए थे.
लेकीन अब बदल गई है ट्रेनों की सूरत
रेलमंत्री ने इस दौरान कहा कि पिछले 10 साल में PM Modi ने रेलवे में बड़ा ही अविश्वसनीय परिवर्तन लेकर आए. सबसे पहले तो उन्होंने सभी ट्रेनों में टॉयलेट की व्यवस्था में पूरी तरह बदलाव किया. आज से 15-20 साल पहले कोई भी नहीं सोच सकता था कि रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में इतनी ज्यादा सफाई हो सकती है. वैसे तो 2.5 करोड़ लोग ट्रेन में डेली ही सफर करते हैं, ऑस्ट्रेलिया की पूरी जनसंख्या के बराबर ही ट्रेन में लोग भारत में रोज़ सफर करते हैं. सालभर में ही 750 करोड़ लोग केवल ट्रेन से यात्रा करते हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि पिछली कांग्रेस सरकारों ने रेलवे की बहुत ही उपेक्षा करते हुए सोचा था, इसमें कुछ भी परिवर्तन नहीं होने वाला है. लेकिन, पीएम मोदी ने उनकी सरकार आते ही इस प्रॉब्लम को अच्छे से समझा और जाना कि आखिर रेलवे में ज्यादा निवेश क्यों नहीं आता है. भारत सरकार अभी रेलवे को जो ग्रांट देती थी, उसके ऊपर भी पूरा 7 टका ब्याज लगता था, मतलब सरकार से सरकार के बीच मे भी ब्याज जाता था. लेकिन, पीएम मोदी ने बड़ी ही बारीकी से हर काम को जांचते-परखते हुए हैं. जब उनको ये समझ आया तो उन्होंने सबसे पहले रेलवे के बजट को भी आम बजट में मर्ज कर दिया. जो सात टके ब्याज वाली बात जो अब तक थी, वो खत्म हो गई.
जल्द ही वेटिंग लिस्ट का झमेला भी होगा खत्म
केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान आगे कहा कि कांग्रेस के समय में रेल की न्यू पटरियां कछुए की चाल में बिछाई जाती थी. इस दौरान प्रतिदिन मात्र 4 किलोमीटर की स्पीड से ही काम होता था. साल में डेढ़ हजार किलोमीटर के आस-पास ही पटरियां बिछाई जाती थी. जबकि, मोदी सरकार ने एक साल में ही 5,300 किलोमीटर पटरियां बिछाई. इसके पिछले साल कुल 5,200 किलोमीटर पटरियां बिछाई गई थी यानी एक साल में ही भारत ने स्विट्जरलैंड के पूरे रेलवे नेटवर्क के जितना रेलवे पटरियों का अपना जाल बिछा दिया है. वहीं, 10 साल में पूरे देश में 31,000 किलोमीटर की नई पटरियां बिछाई गई हैं. अगले पांच-छह साल में देश में इतनी ज्यादा पटरियां बन चुकी होगी, इतनी ज्यादा नई ट्रेनें चल चुकी होंगी कि वेटिंग लिस्ट का झमेला ही पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. उसी दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं.
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को कहा- चूना लगाने की दूकान
उन्होंने अपने बयान मे कहा कि कांग्रेस चूना लगाने की एक बड़ी दुकान थी. वो केवल पुरानी चीजों को पेंट कर देते थे और पुरानी चीजों को ही नया दिखा देते थे. लेकिन, पीएम मोदी कहते हैं स्थायी परिवर्तन लाओ. इसलिए, पूरे देशभर में 1,300 स्टेशनों को पूरी तरह से नया बनाया जा रहा है. यह पूरी दुनिया का सबसे बड़ा रिडेवलपमेंट कार्यक्रम है. अब इन स्टेशनों के डिजाइन भी ऐसे बन रहे हैं, जिसे देखकर लगेगा कि भारत का जो सपना है, उसे देखकर पूरा होता ही है.
अब रेलवे बना रही है एक सुपर ऐप
वैष्णव ने आगे बताया कि हम रेलवे के लिए एक सुपर ऐप बनाने जा रहे हैं, जिसमें रेलवे से जुड़ी हुई जितनी भी सुविधाएं हैं. जैसे आपको यह देखना है कि कौन सी ट्रेन कहां से कहां तक जा रही है, टिकट लेना हो, रिजर्व या फिर अनरिजर्व हो. रिजर्व हो तो IRCTC का उपयोग करके और अनरिजर्व हो तो आपकों लाइन में लगना ना पड़े. इन्हीं सभी बातों को पूरी तरह से ध्यान में रखकर एक सुपर ऐप बनाने जा रहे हैं. जिससे आपकी जिंदगी में भारतीय रेलवे का एक नया एक्सपीरियंस हो. इस ऐप को बनाने में भी करीब 4 से 5 महीने लग सकते हैं.