AIN NEWS 1 | भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार हो रही गिरावट थम गई है और इस हफ्ते इसमें 5.5 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके साथ ही, भारतीय रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 0.5% मजबूत हुआ है। दूसरी ओर, पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति और खराब हो रही है।
ट्रंप के फैसले से भारत को फायदा, पाकिस्तान को झटका
अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालते ही तत्काल टैरिफ नहीं लगाने का फैसला किया, जिससे एशियाई मुद्राओं को राहत मिली। इस निर्णय से भारतीय रुपये को मजबूती मिली, जबकि पाकिस्तान को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
पाकिस्तान का गिरता विदेशी मुद्रा भंडार
जहां भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर नया स्तर छू चुका है, वहीं पाकिस्तान का भंडार 137.2 मिलियन डॉलर घटकर सिर्फ 16.05 बिलियन डॉलर रह गया है। यह स्थिति पाकिस्तान के आर्थिक संकट को और गहरा कर सकती है।
सोने और SDR में भारत की मजबूती
इसके अलावा, भारत के सोने के भंडार और विशेष आहरण अधिकार (SDR) में भी बढ़ोतरी हुई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट 2025 में आयात शुल्क में कटौती की घोषणा के बाद घरेलू बाजार में सोने की मांग बढ़ने की संभावना है। वर्तमान में भारत का सोने का भंडार 800 टन से अधिक हो गया है, जो अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है।
भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति और पाकिस्तान की गिरती अर्थव्यवस्था के बीच यह विरोधाभास आने वाले समय में दोनों देशों के आर्थिक भविष्य पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।