AIN NEWS 1 | उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार (14 सितंबर 2025) को एक बड़ा हवाई हादसा होते-होते टल गया। लखनऊ एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए उड़ान भरने जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट टेकऑफ के दौरान अचानक रनवे पर ही रुक गई। विमान में 151 यात्री सवार थे, जिनमें समाजवादी पार्टी की सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद थीं।
टेकऑफ के दौरान अचानक क्यों रुक गया विमान?
सूत्रों के अनुसार, फ्लाइट ने रनवे पर तेज रफ्तार पकड़ी और उड़ान भरने ही वाली थी कि तभी तकनीकी समस्या आ गई। विमान हवा में उठने से पहले ही असामान्य स्थिति में पहुंच गया। कैप्टन ने तुरंत स्थिति को भांपते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाए और विमान को रनवे के अंतिम छोर से पहले ही रोक दिया।
यह कदम बेहद साहसिक था क्योंकि जरा-सी चूक होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
यात्रियों में दहशत, लेकिन सभी सुरक्षित
इस अचानक ब्रेक लगने से विमान में बैठे यात्री घबरा गए। कई लोग डर के मारे उठ खड़े हुए और कुछ ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। लेकिन क्रू मेंबर्स ने यात्रियों को शांत कराया और सुरक्षा की जानकारी दी।
सबसे बड़ी राहत यह रही कि 151 यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहे। किसी को चोट तक नहीं आई। एयरपोर्ट अधिकारियों और इंडिगो की टीम ने तुरंत यात्रियों को उतारा और उन्हें लाउंज में पहुंचाया।
कैप्टन की सूझबूझ से बचीं 151 जानें
विशेषज्ञों का कहना है कि विमान की टेकऑफ के दौरान कोई भी गड़बड़ी सबसे खतरनाक मानी जाती है। क्योंकि उस समय विमान पूरी रफ्तार में होता है और थोड़ी सी देरी बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है।
इस घटना में कैप्टन की सूझबूझ और तुरंत लिए गए फैसले ने सभी यात्रियों की जान बचा ली। यही वजह है कि यात्रियों ने बाद में क्रू और पायलट की जमकर सराहना की।
दूसरी फ्लाइट से दिल्ली भेजे गए यात्री
घटना के बाद इंडिगो एयरलाइंस ने सभी यात्रियों को आश्वासन दिया और कहा कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। एयरलाइन ने तुरंत सभी यात्रियों के लिए दूसरी फ्लाइट की व्यवस्था की और उन्हें सुरक्षित रूप से दिल्ली रवाना किया गया।
डिंपल यादव समेत बाकी सभी यात्री शाम तक दिल्ली पहुंच गए।
डिंपल यादव भी थीं फ्लाइट में
इस घटना ने खासतौर पर सुर्खियां बटोरीं क्योंकि विमान में समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव भी मौजूद थीं। वे दिल्ली किसी आधिकारिक काम से जा रही थीं। इस हादसे के बाद उन्होंने एयरलाइन स्टाफ को धन्यवाद दिया और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पायलट की सराहना की।
क्या थी तकनीकी खराबी?
हालांकि एयरलाइन ने आधिकारिक तौर पर तकनीकी खराबी का खुलासा नहीं किया है, लेकिन एविएशन एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह इंजन थ्रस्ट या सेंसर की समस्या हो सकती है।
कई बार उड़ान भरने से ठीक पहले इंजन सही दबाव नहीं बना पाता।
या फिर किसी तकनीकी सेंसर ने खतरे का सिग्नल दिया हो।
इस वजह से पायलट को मजबूरन टेकऑफ रोकना पड़ा।
लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षा इंतजाम
घटना के बाद लखनऊ एयरपोर्ट पर कुछ समय के लिए उड़ानों की आवाजाही प्रभावित रही। रनवे की जांच की गई और इंडिगो की फ्लाइट को सुरक्षित हैंगर तक ले जाया गया।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
हवाई यात्रा सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन तकनीकी खराबियों के चलते टेकऑफ या लैंडिंग के दौरान हादसों का खतरा सबसे ज्यादा होता है।
पिछले साल भी लखनऊ से ही एक घरेलू फ्लाइट को उड़ान भरने के बाद वापस लौटना पड़ा था।
वहीं दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर भी टेकऑफ रोकने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
ऐसे मामलों में पायलट की तेजी से की गई कार्रवाई ही हादसे को टालने में अहम साबित होती है।
लखनऊ एयरपोर्ट पर हुई यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि हवाई यात्रा में पायलट और क्रू की ट्रेनिंग कितनी अहम होती है। अगर कैप्टन समय रहते विमान को न रोकते तो यह हादसा बेहद गंभीर हो सकता था।
151 यात्रियों की जान बचाकर इस घटना ने सभी को राहत दी और एयरलाइन सुरक्षा पर लोगों का भरोसा भी मजबूत किया।