AIN NEWS 1 नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा भारत पर सिंधु जल संधि को निलंबित करने का आरोप लगाने के एक दिन बाद, भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। भारत ने साफ कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाकर संधि के उल्लंघन का दोष भारत पर नहीं मढ़ना चाहिए।
दरअसल, ताजिकिस्तान में ग्लेशियर संरक्षण पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में शरीफ ने भारत पर एकतरफा और अवैध रूप से सिंधु जल संधि को निलंबित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने भारत पर ‘पानी को हथियार’ बनाने का भी आरोप लगाया और कहा कि राजनीतिक हितों के लिए लाखों लोगों की जिंदगी को बंधक नहीं बनाया जाना चाहिए।
भारत ने क्यों स्थगित की सिंधु जल संधि?
भारत ने अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सिंधु जल समझौते को स्थगित किया। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की धर्म पूछ-पूछकर हत्या की गई थी। भारत का स्पष्ट संदेश था कि “सिंधु का पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।”
केंद्रीय मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह का जवाब:
केंद्रीय मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद फैलाकर खुद ही संधि का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे वैश्विक मंचों का दुरुपयोग कर इस तरह के मुद्दे उठाना पूरी तरह गलत है। यह विषय उस मंच के दायरे से बाहर का है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
तकनीकी और भौगोलिक बदलावों का हवाला:
सिंह ने बताया कि जब से यह संधि हुई थी, तब से अब तक तकनीकी, जनसंख्या, जलवायु और सीमा पार आतंकवाद जैसे कई कारक बदल चुके हैं। पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियां भारत की संधि से मिलने वाले लाभों को प्रभावित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह संधि दोस्ती और सद्भावना के आधार पर बनी थी, लेकिन पाकिस्तान उसका लगातार उल्लंघन कर रहा है।
India has firmly responded to Pakistan’s accusations regarding the suspension of the Indus Water Treaty. After Pakistani Prime Minister Shehbaz Sharif accused India on a global platform of using water as a weapon, Indian Minister Kirti Vardhan Singh stated that Pakistan must stop spreading cross-border terrorism and then blaming India. The suspension came after a deadly terrorist attack in Pahalgam, Jammu & Kashmir, where 26 innocent civilians were killed. India emphasized that “blood and water cannot flow together,” pointing to how terrorism disrupts peaceful agreements like the Indus Water Treaty.