AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में विभिन्न निर्माण कार्यों को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी निर्माण कार्य की डिजाइन को प्रारंभ होने से पहले निश्चित किया जाना चाहिए और कार्य शुरू होने के बाद उसमें किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाना चाहिए, सिवाय इसके कि अपरिहार्य परिस्थितियों में शासन से अनुमोदन लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समय सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने जनपद शामली में कलेक्ट्रेट के अनावासीय भवनों के निर्माण कार्य को दो माह के अंदर पूरा करने का आदेश दिया। इसके साथ ही लखनऊ में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भवन को अगले दो माह के भीतर समाप्त करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने सुल्तानपुर जिले की नवसृजित तहसील बल्दीराय, मथुरा जिले के गोवर्धन, लखीमपुर जिले की निघासन, गोला गोकर्णनाथ और धौरहरा तहसीलों के आवासीय भवनों के निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने की बात की। इन निर्माण कार्यों के समाप्त होने के बाद इनका भौतिक सत्यापन कराने का भी निर्देश दिया गया है, ताकि गुणवत्ता और मानक सुनिश्चित किए जा सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी स्पष्ट किया कि इन निर्माण कार्यों के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को निर्माण कार्यों की गति को तेज करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
इन निर्देशों का उद्देश्य राज्य में निर्माण कार्यों की पारदर्शिता और समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करना है, जिससे नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाले निर्माण कार्यों का लाभ मिल सके और राज्य में विकास की गति को बढ़ावा मिले।
मुख्यमंत्री ने समयबद्ध कार्य योजना के तहत निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है, ताकि राज्य की बुनियादी संरचनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।