Israel-Iran War Disrupts Global Travel: Airports Shut Down, Millions Affected
इजरायल-ईरान युद्ध से मचा हड़कंप: दर्जनों एयरपोर्ट बंद, लाखों लोग फंसे
AIN NEWS 1: इजरायल और ईरान के बीच युद्ध गहराता जा रहा है, जिससे पूरी दुनिया में दहशत फैल गई है। इस संघर्ष का असर अब केवल सैन्य मोर्चे तक सीमित नहीं रहा, बल्कि आम नागरिकों की जिंदगी पर भी पड़ने लगा है। मध्य-पूर्व (मिडिल ईस्ट) के कई देशों में हवाई अड्डे बंद कर दिए गए हैं और एयरस्पेस को अस्थायी रूप से सील कर दिया गया है। इससे न केवल स्थानीय लोग, बल्कि हजारों विदेशी नागरिक भी प्रभावित हुए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में भारतीय छात्र भी शामिल हैं।
चार दिन से जारी है संघर्ष
इजरायल और ईरान के बीच यह संघर्ष बीते चार दिनों से लगातार जारी है। शुक्रवार को इजरायल ने ईरान के कई परमाणु ठिकानों पर निशाना साधते हुए बड़ी कार्रवाई की। इन हमलों में ईरान को भारी नुकसान पहुंचा है। जवाब में ईरान ने भी मिसाइलों और ड्रोन हमलों से इजरायल को निशाना बनाया है।
एयरस्पेस बंद, लोग फंसे
तनाव के बीच किसी भी बड़ी हवाई हमले की आशंका को देखते हुए मिडिल ईस्ट के कई देशों ने एहतियातन अपने एयरपोर्ट और एयरस्पेस बंद कर दिए हैं। इसका सीधा असर विमान सेवाओं पर पड़ा है, जिससे हजारों लोग अलग-अलग देशों में फंसे हुए हैं।
इजरायल ने अपने सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट – बेन गुरियन एयरपोर्ट को अगली सूचना तक बंद कर दिया है। इस वजह से करीब 50,000 इजरायली नागरिक अपने घर नहीं लौट पा रहे हैं।
ईरान ने भी खोमेनी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है। वहीं शनिवार को इजरायल ने ईरान के मेहराबाद एयरपोर्ट पर भी हमला किया, जिससे हालात और ज्यादा गंभीर हो गए।
डर और सन्नाटा: ईरान में जिंदगी थम गई
ईरान के स्थानीय निवासियों के अनुसार, स्थिति बेहद डरावनी है। एयरपोर्ट, बाजार, स्कूल – सब कुछ बंद है। लोग अपने घरों के बेसमेंट में छिपे हुए हैं और खाने-पीने की चीजें जमा कर रहे हैं। सड़कों पर सन्नाटा है और टैक्सी या कोई अन्य वाहन मिलना मुश्किल हो गया है।
डोमिनोज़ प्रभाव: एक देश का संकट, सब पर असर
इस युद्ध का असर केवल इजरायल और ईरान तक सीमित नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह डोमिनोज़ इफेक्ट (एक के बाद एक देशों में असर) की तरह फैल रहा है। जैसे ही किसी एक देश में खतरा बढ़ता है, पड़ोसी देश भी अपने एयरस्पेस बंद कर रहे हैं और सुरक्षा इंतजाम कड़े कर रहे हैं।
भारतीय छात्र भी फंसे, भारत सरकार कर रही कोशिशें
इस संकट के बीच बड़ी संख्या में भारतीय छात्र ईरान और इराक में फंसे हुए हैं। वे ना तो फ्लाइट से बाहर निकल पा रहे हैं और ना ही किसी अन्य सुरक्षित साधन से। उनके परिवार भारत में परेशान हैं।
हालांकि सोमवार को भारत सरकार की अपील पर ईरान ने जमीनी रास्ते से छात्रों को निकालने की अनुमति दी है। इसके तहत भारत, अर्मेनिया के रास्ते से अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है। भारतीय दूतावास लगातार संपर्क में है और हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है।
वित्तीय और वैश्विक असर
इस युद्ध का असर वित्तीय बाजारों पर भी दिखने लगा है। तेल की कीमतों में तेजी आई है, जिससे दुनिया भर में महंगाई बढ़ने की आशंका है। एयरलाइंस को नुकसान हो रहा है और बीमा कंपनियों को भी भारी झटका लग सकता है।
साथ ही, संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठन युद्धविराम की अपील कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है।
The escalating Israel-Iran war has caused massive disruption across the Middle East, with airport shutdowns, airspace closures, and severe impact on global travel. Major airports like Ben Gurion Airport in Israel and Khomeini Airport in Iran have ceased operations, leaving thousands stranded, including Indian students. The situation is worsening with missile strikes on airports and increasing regional tension. India is working to evacuate its citizens through Armenia. The conflict showcases a domino effect, destabilizing neighboring countries as well.