AIN NEWS 1 | संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की हालिया बैठक में इजरायल और पाकिस्तान के बीच तीखी बहस देखने को मिली। मंच पर आतंकवाद, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय नियमों पर दोनों देशों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। इजरायल ने पाकिस्तान पर अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को पनाह देने और आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, जबकि पाकिस्तान ने पलटवार करते हुए इजरायल की नीतियों और सैन्य कार्रवाइयों को अवैध बताया।
इजरायल का तीखा हमला: “लादेन आपके यहां मारा गया”
इजरायल के स्थायी प्रतिनिधि डैनी डैनन ने पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यह सच्चाई कभी नहीं बदल सकता कि अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को पनाह उसी की धरती पर मिली और वहीं अमेरिकी ऑपरेशन में उसकी मौत हुई।
डैनन ने सवाल उठाया, “जब पूरी दुनिया ने देखा कि लादेन पाकिस्तान में मारा गया, तो क्यों नहीं पूछा गया कि उसे वहां शरण क्यों दी गई?” उन्होंने साफ कहा कि जैसे बिन लादेन के लिए कोई छूट नहीं थी, वैसे ही हमास जैसे संगठनों के लिए भी कोई छूट नहीं होनी चाहिए।
पाकिस्तान का पलटवार: “इजरायल का हमला अवैध”
पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने इजरायल के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इजरायल की कार्रवाई पूरी तरह अवैध और आक्रामक है।
अहमद ने आरोप लगाया कि:
इजरायल गाजा में बर्बर सैन्य अभियान चला रहा है।
उसने सीरिया, लेबनान, ईरान और यमन में अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है।
बार-बार सीमा पार हमले करके इजरायल क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल रहा है।
उनके अनुसार, इजरायल जैसे देश का संयुक्त राष्ट्र मंच का दुरुपयोग करना, वैश्विक शांति और न्याय के लिए एक गंभीर चुनौती है।
9/11 और 7 अक्टूबर की तुलना
डैनन ने अपने संबोधन में अमेरिका पर हुए 9/11 आतंकी हमलों को याद किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह 11 सितंबर का दिन अमेरिका के लिए गहरा घाव था, उसी तरह 7 अक्टूबर का हमला इजरायल के लिए सदमे और आघात से भरा दिन रहा।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि 9/11 के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने साफ कर दिया था कि कोई भी देश आतंकियों को:
पनाह नहीं देगा
फंडिंग नहीं करेगा
सुरक्षित ठिकाना नहीं देगा
डैनन के अनुसार, जो भी सरकार ऐसा करती है, वह अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करती है और वैश्विक सुरक्षा को खतरे में डालती है।
पाकिस्तान का जवाब: “हास्यास्पद आरोप”
इजरायल के आरोपों को पाकिस्तान ने पूरी तरह खारिज कर दिया। पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने कहा कि यह हास्यास्पद और अस्वीकार्य है कि इजरायल जैसा कब्ज़ा करने वाला और हमलावर देश संयुक्त राष्ट्र जैसे मंच का इस्तेमाल अपनी छवि चमकाने के लिए कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इजरायल इस मंच की गरिमा और अंतरराष्ट्रीय नियमों का अपमान कर रहा है। पाकिस्तान के अनुसार, गाजा और अन्य क्षेत्रों में इजरायल की नीतियां ही असली खतरा हैं, न कि वे देश जो लंबे समय से आतंकवाद का सामना कर रहे हैं।
व्यापक संदर्भ: UN में बढ़ता तनाव
यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब मध्य-पूर्व और दक्षिण एशिया दोनों ही क्षेत्रों में अशांति और संघर्ष गहराता जा रहा है। गाजा में चल रहे हमले, लेबनान और सीरिया में बढ़ती झड़पें और आतंकवाद से जुड़े मुद्दे संयुक्त राष्ट्र की बैठकों का अहम हिस्सा बन गए हैं।
इजरायल और पाकिस्तान के बीच यह बहस केवल दो देशों का विवाद नहीं है, बल्कि यह वैश्विक राजनीति में उन गहरे मतभेदों को दर्शाती है, जो आतंकवाद और सुरक्षा की परिभाषा को लेकर लंबे समय से मौजूद हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर इजरायल और पाकिस्तान के बीच हुई यह बहस एक बार फिर दिखाती है कि आतंकवाद और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर दुनिया अभी भी बंटी हुई है। जहां इजरायल पाकिस्तान को आतंकवाद का पनाहगाह मानता है, वहीं पाकिस्तान इजरायल को क्षेत्रीय शांति भंग करने वाला देश बताता है।
इस टकराव से यह साफ है कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस तरह की बहसें और तेज़ होंगी, और वैश्विक राजनीति में आतंकवाद का मुद्दा केंद्र में बना रहेगा।



















