AIN NEWS 1 नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो में रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं, लेकिन इनमें से कई जल्दबाजी के कारण सतर्क नहीं रहते और लुटेरे इसका फायदा उठाते हैं। हाल ही में दिल्ली मेट्रो पुलिस ने एक बड़े गैंग का खुलासा किया है, जो यात्रियों को लूटने में सक्रिय था। इस गैंग को कालिया गैंग के नाम से जाना जाता है।
दिल्ली मेट्रो पुलिस ने 30 अगस्त को एक गंभीर शिकायत के बाद दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता महेश चंद पाल ने बताया कि वह दिलशाद कॉलोनी जा रहे थे, जब मानसरोवर पार्क मेट्रो स्टेशन पर दो अजनबी ने उनका बैग लूट लिया। इसमें एक टिफिन बॉक्स, डायरी, एटीएम कार्ड और अन्य सामान शामिल था। आरोपियों ने धमकी देकर उनका मेट्रो कार्ड, पर्स और मोबाइल फोन भी ले लिया।
महेश चंद पाल ने विरोध किया, तो आरोपियों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे उनकी बाईं ओर चोटें आईं। इसके बाद, दोनों आरोपी स्कूटी पर सवार होकर फरार हो गए। घायल पाल ने खुद को संभालकर दूसरे नंबर से पुलिस को सूचना दी।
दिल्ली पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की। एसीपी धीरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की, जिसमें एक संदिग्ध अलर्ट होकर देखता है और दूसरा स्कूटी पर इंतजार करता है। फुटेज में लूट के बाद आरोपी अपना चेहरा ढक लेते हैं और स्कूटी पर सवार होकर भाग जाते हैं।
सीसीटीवी फुटेज और उपलब्ध सुरागों की मदद से पुलिस ने 75 से अधिक कुख्यात अपराधियों के इतिहास की जांच की। पहचान के आधार पर, पुलिस ने दो आरोपियों—मोनू चौधरी उर्फ मोनू बसंती और सनी उर्फ सैनी—को गिरफ्तार किया। ये दोनों शाहदरा के निवासी हैं।
पूछताछ के दौरान, मोनू और सैनी ने खुलासा किया कि वे कालिया गैंग से संबंधित हैं और अब तक करीब 12 वारदातों में शामिल रहे हैं। इन दोनों ने दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में चोरी और डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया था और दो साल तक जेल में भी रहे हैं।
दिल्ली मेट्रो पुलिस की इस कार्रवाई से अब यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी और लूटपाट की घटनाओं में कमी आएगी। पुलिस द्वारा की गई इस तत्परता और जांच की प्रशंसा की जा रही है, जिससे भविष्य में यात्रियों को ऐसी घटनाओं से सुरक्षित रखा जा सकेगा।