AIN NEWS 1: कानपुर में IIT की एक छात्रा ने कलक्टरगंज के ACP मोहसिन खान पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। 12 दिसंबर 2023 को दर्ज की गई इस FIR में छात्रा ने कहा कि मोहसिन ने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। हालांकि, 19 दिसंबर को कानपुर हाईकोर्ट ने आरोपी ACP के खिलाफ गिरफ्तारी पर रोक लगा दी, जिससे छात्रा को गहरा सदमा लगा। कोर्ट से राहत मिलने के बाद पीड़ित छात्रा की मानसिक स्थिति बिगड़ गई, और वह दिनभर रोती रही, चिल्लाते हुए कहती रही कि उसका सब कुछ बर्बाद हो गया और वह मरने की सोच रही है।
यह घटना न केवल छात्रा के लिए बल्कि कानपुर पुलिस और IIT प्रशासन के लिए भी एक चुनौती बन गई है। छात्रा के तनाव को देखते हुए IIT प्रशासन और पुलिस अफसरों ने उसे घंटों समझाया और मानसिक रूप से सहयोग दिया। IIT के डॉक्टरों ने उसकी काउंसलिंग की, जिससे उसकी स्थिति में कुछ सुधार हुआ।
पूरा मामला
12 दिसंबर को IIT की एक छात्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि ACP मोहसिन खान ने उसे शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। इस आरोप के बाद ACP को तुरंत प्रभाव से पुलिस हेडक्वार्टर में अटैच कर दिया गया था, और SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन किया गया था। जांच टीम की अध्यक्षता DCP साउथ अंकिता शर्मा कर रही हैं।
हालांकि, 19 दिसंबर को हाईकोर्ट ने ACP को गिरफ्तारी से राहत दी और आगे की सुनवाई तक चार्जशीट पर रोक लगा दी, जिससे छात्रा को गहरा आघात पहुंचा। छात्रा का कहना है कि अब उसे डर है कि आरोपी जांच को प्रभावित कर सकता है और उसके खिलाफ झूठी FIR दर्ज करवा सकता है।
छात्रा का दर्द
पीड़िता ने बताया कि जब उसने मोहसिन खान के खिलाफ शिकायत की, तो उसे भरोसा था कि पुलिस और प्रशासन उसे न्याय दिलाएंगे। लेकिन हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद उसने महसूस किया कि पूरा सिस्टम आरोपी के पक्ष में काम कर रहा है। छात्रा ने यह भी कहा कि अगर उसके खिलाफ झूठी FIR दर्ज की जाती है, तो इसका उसके करियर पर गहरा असर पड़ेगा। वह सिविल सर्विसेज में जाना चाहती थी, और विदेश में नौकरी पाने का सपना देख रही थी, लेकिन अब उसे डर है कि इस मामले के कारण उसका करियर बर्बाद हो जाएगा।
छात्रा ने यूपी सरकार और पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुए एक खुली चिट्ठी भी लिखी है। वह कहती है कि ACP को अपने पद का फायदा मिल रहा है, और वह उसे सजा दिलाने के लिए किसी भी हद तक लड़ाई लड़ेगी।
मोहसिन खान: एक विवादित अफसर
मोहसिन खान 2013 बैच के पीपीएस अफसर हैं और उन्होंने 2015 में पुलिस सेवा जॉइन की थी। वह कानपुर में तैनात होने से पहले आगरा और अलीगढ़ में भी कार्यरत रहे थे। कानपुर में तैनाती के दौरान, मोहसिन को 15 अगस्त 2023 को डीजीपी द्वारा सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया था।
मोहसिन पर आगरा में तैनाती के दौरान भी विवाद उठ चुका था। वहां उन्होंने विदेशी पर्यटकों को खरीदारी कराने के लिए उसी दुकान पर भेजा था, जहां उनका कमीशन तय था। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और मोहसिन को ताज सुरक्षा से हटा दिया गया था। इसके अलावा, कानपुर में भी मोहसिन पर जुआरियों और सटोरियों के साथ संबंध होने के आरोप लगे थे।
छात्रा की आपबीती
छात्रा ने बताया कि उसकी मुलाकात ACP मोहसिन खान से दिसंबर 2023 में हुई थी, जब उन्होंने उसे IIT में पीएचडी के लिए मदद का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद दोनों के बीच संपर्क बढ़ा और 23 जून 2024 को मोहसिन ने छात्रा से शादी का प्रस्ताव रखा। लेकिन जब छात्रा को यह पता चला कि मोहसिन शादीशुदा हैं, तो उसने उनसे इस बारे में सवाल किया। मोहसिन ने उसे बताया कि वह अपनी पत्नी से तलाक लेने वाले हैं। लेकिन बाद में छात्रा को पता चला कि यह सब झूठ था और मोहसिन अपनी पत्नी से अलग नहीं हुए थे।
जब छात्रा को यह धोखा महसूस हुआ, तो उसने मोहसिन के खिलाफ FIR दर्ज कराई। इसके बाद, छात्रा ने मोहसिन की सच्चाई सामने लाने के लिए संघर्ष करने का फैसला किया।
कानूनी स्थिति
अगर ACP मोहसिन पर लगे आरोप सही साबित होते हैं, तो उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (धोखे में रखकर यौन संबंध बनाना) के तहत 10 साल तक की सजा हो सकती है। इसके अलावा, जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
यह मामला न केवल IIT छात्रा के लिए बल्कि कानपुर पुलिस और प्रशासन के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बन गया है। छात्रा के खिलाफ झूठी FIR दर्ज होने का खतरा और आरोपी ACP की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद मामला और भी जटिल हो गया है। अब यह देखना होगा कि पुलिस और न्यायपालिका इस मामले में क्या कदम उठाती हैं और छात्रा को न्याय मिलता है या नहीं।