AIN NEWS 1 | कब्रिस्तान का नाम आते ही हमारे दिमाग में एक शांत, गंभीर और भावनात्मक जगह की छवि बनती है – जहां केवल मौन और यादें होती हैं। लेकिन केरल के एक कब्रिस्तान में तकनीक और भावनाओं का ऐसा मेल देखने को मिला है, जिसने लोगों की सोच ही बदल दी। यहां की कब्रों पर लगे छोटे-छोटे QR कोड स्कैन करते ही एक पूरी जीवन कहानी आपके मोबाइल स्क्रीन पर खुल जाती है।
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कब्र पर एक क्लिक से मिलती है पूरी जिंदगी की झलक
इस कब्रिस्तान में हर कब्र पर एक क्यूआर कोड लगाया गया है। कोई भी व्यक्ति जब उसे अपने स्मार्टफोन से स्कैन करता है, तो सीधे एक वेबसाइट खुलती है। इस वेबसाइट में उस व्यक्ति की विस्तृत जानकारी, फोटो, पारिवारिक विवरण, यादें, और जीवन की महत्वपूर्ण घटनाएं मौजूद होती हैं। यह अनुभव न केवल जानकारीपूर्ण है बल्कि भावनात्मक भी, क्योंकि यह मृतक को केवल एक नाम या तारीखों तक सीमित नहीं रखता — उसकी ज़िंदगी को जीवंत बना देता है।
वेबसाइट में क्या-क्या होता है?
इस वेबसाइट को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि जैसे ही कोई स्कैन करता है, उसे कई टैब्स नजर आते हैं:
“यादें” टैब में उस व्यक्ति के जीवन के खास पल, तस्वीरें और पारिवारिक अनुभव साझा किए गए होते हैं।
“परिवार” टैब में मृतक के परिवार के सदस्यों की जानकारी दी जाती है।
“जीवन की कहानी” में बताया गया होता है कि वह व्यक्ति क्या करता था, उसका जीवन कैसा था, और किस तरह से उसने अपने सफर को जिया।
“टाइमलाइन” सेक्शन में जीवन के महत्वपूर्ण मोड़ और घटनाएं क्रमबद्ध तरीके से दिखाई जाती हैं।
इस तरह, यह केवल एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि एक डिजिटल स्मृति-पथ बन जाता है, जो सालों तक सुरक्षित रहता है।
विज़िटर लॉग: श्रद्धांजलि देने वालों की जानकारी
एक और खास चीज़ जो इस सिस्टम को खास बनाती है, वह है विज़िटर लॉग। यहां जो भी व्यक्ति कब्र पर आता है, वह वेबसाइट पर अपना नाम, स्थान और श्रद्धांजलि का संदेश दर्ज कर सकता है। इससे मृतक के परिवार को भी पता चलता है कि कौन-कौन आया, किसने याद किया और किसने श्रद्धा व्यक्त की।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस अनोखे कब्रिस्तान का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे एक शख्स कब्र के ऊपर लगे QR कोड को स्कैन करता है और तुरंत ही उसे उस व्यक्ति की पूरी कहानी दिख जाती है। इसे thelastgiftofficial नाम के एक सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर किया गया है, जिसे लाखों बार देखा जा चुका है।
यूजर्स की राय बंटी
वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली हैं। कई लोग इसे एक शानदार विचार बता रहे हैं जो तकनीक और भावना का सुंदर मेल है। उनका मानना है कि यह तरीका मृतक की यादों को जिंदा रखने का सशक्त माध्यम बन सकता है।
वहीं कुछ लोग इसे कब्रिस्तान की परंपरागत शांति में तकनीक का हस्तक्षेप मान रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह की डिजिटल व्यवस्था से कब्रों की गंभीरता और निजता प्रभावित हो सकती है।
लोग क्या कह रहे हैं?
एक यूजर ने लिखा, “यह सिस्टम बहुत इमोशनल है। मुझे लगा जैसे मैं उस व्यक्ति को जानता हूं।”
दूसरे यूजर का कहना था, “ये एक बेहतरीन तरीका है अपनों को फिर से महसूस करने का।”
हालांकि कुछ लोगों ने चिंता जताई कि अगर इन जानकारियों का गलत इस्तेमाल हुआ तो क्या होगा? क्या निजता की रक्षा के उपाय भी हैं?
नई शुरुआत या परंपरा में बदलाव?
यह सवाल भी उठता है कि क्या यह तकनीक श्रद्धा को बढ़ा रही है या परंपराओं को बदल रही है? लेकिन एक बात साफ है कि इस पहल ने दुनियाभर में लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि मृत्यु का सम्मान तकनीक से भी किया जा सकता है, और वह भी एक संवेदनशील तरीके से।
भविष्य की झलक?
अगर यह प्रयोग सफल रहता है और लोगों द्वारा सराहा जाता है, तो भविष्य में भारत के अन्य हिस्सों में भी QR कोड आधारित कब्र देखने को मिल सकती हैं। यह पहल संवेदनशीलता, डिजिटल इनोवेशन और संस्कृति के बीच एक अद्भुत सेतु बन सकती है।
केरल के इस अनोखे कब्रिस्तान ने दिखा दिया है कि कैसे तकनीक को भी इंसानियत और भावनाओं से जोड़ा जा सकता है। जब एक साधारण सी कब्र, एक जिंदा कहानी बन जाए, तो वह मृत्यु नहीं, एक डिजिटल पुनर्जन्म बन जाती है।
Kerala has introduced India’s first QR Code Cemetery, where visitors can scan a grave using their smartphone to instantly access the life story of the deceased. This innovative concept integrates technology with emotion, allowing loved ones to remember the departed through photos, memories, family details, and a digital tribute that lives on forever. The QR code system in this digital cemetery also includes a visitor log and timelines, making it a smart and respectful way to keep memories alive.