Is Your Drinking Water Pure? Understand TDS, Ideal Levels, and How to Check
क्या आपका पीने का पानी शुद्ध है? जानें TDS का महत्व, सही मात्रा और जांचने का तरीका
AIN NEWS 1: आजकल स्वच्छ और शुद्ध पेयजल एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। बढ़ती जनसंख्या, औद्योगीकरण और जल स्रोतों की कमी के कारण स्वच्छ पानी मिलना कठिन होता जा रहा है। कई घरों में RO (रिवर्स ऑस्मोसिस) सिस्टम लगे होते हैं, लेकिन क्या केवल RO पर्याप्त है? नहीं! पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए TDS (Total Dissolved Solids) का सही संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
इस लेख में हम जानेंगे:
TDS क्या होता है और यह क्यों जरूरी है?
पीने के पानी में TDS कितना होना चाहिए?
घर पर TDS की जांच कैसे करें?
RO सिस्टम कब लगाना चाहिए और उसकी देखभाल कैसे करें?
TDS क्या है और यह क्यों जरूरी है?
TDS (टोटल डिजॉल्वड सॉलिड्स) का मतलब है पानी में घुले हुए ठोस पदार्थ, जैसे मिनरल्स, सॉल्ट, मेटल्स और अन्य अशुद्धियां। ये पदार्थ पानी में प्राकृतिक रूप से या पाइप और अन्य स्रोतों से मिल सकते हैं।
TDS का प्रभाव:
बहुत कम TDS (0-50 PPM): पानी में जरूरी मिनरल्स की कमी हो सकती है, जिससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
संतुलित TDS (50-300 PPM): पानी सुरक्षित और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
बहुत अधिक TDS (500+ PPM): पानी अशुद्ध हो सकता है, जिससे डायरिया, किडनी स्टोन, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
पीने के पानी में TDS कितना होना चाहिए?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार पीने के पानी में 300 mg/L से कम TDS होना चाहिए।
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) के अनुसार 500 mg/L तक का TDS सुरक्षित माना जाता है।
TDS और पानी की गुणवत्ता:
| TDS (PPM में) | गुणवत्ता |
|—————|————-|
| 0-50 | जरूरी मिनरल्स की कमी |
| 50-150 | बहुत अच्छा (संतुलित मिनरल्स) |
| 150-300 | अच्छा (पीने योग्य) |
| 300-500 | ठीक (फिल्टर की जरूरत) |
| 500+ | खराब (पीने योग्य नहीं) |
घर पर TDS की जांच कैसे करें?
घर पर TDS जांचने के लिए TDS मीटर का उपयोग किया जा सकता है। यह डिजिटल डिवाइस होती है, जिससे पानी में मौजूद ठोस पदार्थों की मात्रा मापी जा सकती है।
TDS मापने के स्टेप्स:
1. एक साफ गिलास में पानी लें।
2. TDS मीटर को 1-2 इंच पानी में डुबोएं।
3. कुछ सेकंड इंतजार करें और डिजिटल स्क्रीन पर रीडिंग देखें।
4. रीडिंग नोट करें और ऊपर दिए गए मानकों से तुलना करें।
TDS मीटर की कीमत: 250 से 500 रुपये में उपलब्ध।
RO सिस्टम कब लगवाना चाहिए?
RO (Reverse Osmosis) सिस्टम पानी को साफ करने के लिए उपयोग किया जाता है। हालांकि, RO हर जगह जरूरी नहीं होता।
अगर पानी का TDS 50-200 PPM के बीच है, तो RO की जरूरत नहीं है।
अगर TDS 300+ PPM है, तो RO लगवाना फायदेमंद होगा।
RO खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें:
✅ पानी के TDS स्तर की जांच करें।
✅ RO इंस्टॉल होने के बाद TDS मीटर से जांच करें।
✅ RO टैंक और फिल्टर की नियमित सफाई करें।
✅ RO मेम्ब्रेन समय-समय पर बदलें।
✅ TDS 50 PPM से कम होने पर मिनरल एड करें।
RO का रखरखाव कैसे करें?
RO को सही तरीके से मेंटेन करना बहुत जरूरी है।
मेंटेनेंस के जरूरी टिप्स:
✔ हर 6 महीने में RO की जांच कराएं।
✔ फिल्टर और पाइप को साफ करें।
✔ RO मेम्ब्रेन खराब होने पर तुरंत बदलें।
✔ पानी का TDS लेवल 50-170 PPM के बीच रखें।
शुद्ध पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। सिर्फ RO सिस्टम लगाना काफी नहीं है, बल्कि पानी के TDS स्तर को बनाए रखना भी जरूरी है। संतुलित TDS वाला पानी शरीर के लिए फायदेमंद होता है, जबकि बहुत अधिक या बहुत कम TDS स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
इसलिए, नियमित रूप से अपने पीने के पानी की गुणवत्ता जांचें और सही स्तर बनाए रखें।
Ensuring clean drinking water is crucial for health, and TDS in water plays a vital role in determining its purity. The ideal TDS level for drinking water should be between 50-300 PPM, ensuring a balanced mineral content. Using an RO water purifier is recommended when TDS levels exceed 300 PPM, but excessive filtration can remove essential minerals. Checking water quality at home using a TDS meter is a simple process to maintain safe drinking water quality. Stay informed about water purification to protect your family’s health.
अब आप जान चुके हैं कि आपके पानी का TDS क्यों महत्वपूर्ण है। क्या आप नियमित रूप से अपने पानी की जांच करते हैं? नीचे कमेंट में बताएं!