AIN NEWS 1 | राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार, 5 अगस्त 2025 की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक लेबर इंस्पेक्टर शंकर लाल की उनके ही साले ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी।
घटना जयपुर के बगरू थाना क्षेत्र के वाटिका सिटी की है, जहां शंकर लाल रोज की तरह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। जैसे ही वे सुबह की सैर से वापस अपने घर के दरवाजे तक पहुंचे, उनके साले अजय कटारिया ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। इस हमले में शंकर लाल की मौके पर ही मौत हो गई।
कौन है आरोपी?
आरोपी अजय कटारिया रिश्ते में मृतक का साला (बहन का पति) है और राजस्थान पुलिस की RAC की 12वीं बटालियन में तैनात है। वह पुलिस बल का जवान है और पूरी घटना को अंजाम देने के लिए SLR (Self Loading Rifle) का इस्तेमाल किया।
अजय एक कैब से आया, वारदात को अंजाम दिया और मौके से चला गया। लेकिन वह फरार नहीं हुआ। कुछ देर बाद वह खुद फुलेरा थाने पहुंचा और अपने हाथ में पकड़ी राइफल पुलिस को सौंपते हुए बोला,
“मार दिया मैंने।”
पुलिसकर्मी उसकी यह बात सुनकर सन्न रह गए, क्योंकि वह वर्दी में था और उसकी बात से सब अवाक रह गए।
घरेलू विवाद बना हत्या की वजह
पुलिस की शुरुआती जांच में जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक यह हत्या एक घरेलू विवाद के चलते की गई है। दरअसल, मृतक शंकर लाल ने अपने साले अजय कटारिया की एक बेटी की सगाई तय कराई थी, लेकिन लड़की इस रिश्ते से खुश नहीं थी।
लड़की का किसी और युवक से प्रेम संबंध था और वह उसी से शादी करना चाहती थी। जब इस बात की जानकारी शंकर लाल को हुई, तो उन्होंने शादी रुकवा दी। इस फैसले से अजय बेहद नाराज़ और मानसिक रूप से परेशान था।
इस विवाद ने धीरे-धीरे गहरी खाई का रूप ले लिया और अंततः इस हत्याकांड में बदल गया।
कैसे हुई वारदात?
सुबह लगभग 6 बजे के करीब शंकर लाल रोज की तरह टहलने निकले थे। वे सैर पूरी कर घर के गेट तक पहुंचे ही थे कि तभी कैब से आया अजय कटारिया वहां उतरा और SLR राइफल से लगातार कई राउंड फायरिंग कर दी। गोलियां इतनी नजदीक से चलाई गईं कि शंकर लाल को बचने का कोई मौका नहीं मिला।
स्थानीय लोग गोलियों की आवाज सुनकर बाहर आए, लेकिन तब तक अजय वहां से निकल चुका था। शंकर लाल की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस कार्रवाई और जांच की दिशा
फुलेरा थाने में खुद को सरेंडर करने के बाद अजय को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त राइफल भी कब्जे में ले ली है।
जयपुर ग्रामीण एसपी और बगरू थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर घटना की बारीकी से जांच की।
मामला फिलहाल घरेलू विवाद और पारिवारिक रंजिश का प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं इसमें और कोई व्यक्ति शामिल था या नहीं।
क्या कह रहे हैं स्थानीय लोग और पुलिस?
स्थानीय लोगों का कहना है कि शंकर लाल मिलनसार और शांत स्वभाव के इंसान थे और किसी से दुश्मनी नहीं रखते थे। इसलिए जब उनकी हत्या की खबर आई तो सब हैरान रह गए।
वहीं पुलिस का कहना है कि अजय मानसिक रूप से बहुत गुस्से में था और उसने पूरी योजना बनाकर इस वारदात को अंजाम दिया है।
इस घटना ने कई सवाल खड़े किए
क्या पुलिस बल में तैनात जवानों की मानसिक स्थिति की नियमित जांच होनी चाहिए?
एक प्रशिक्षित पुलिसकर्मी के द्वारा परिवार के सदस्य की हत्या, क्या यह सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल नहीं खड़े करता?
क्या ऐसे मामलों में केवल परिवारिक विवाद को जिम्मेदार ठहराना सही है या कहीं न कहीं सिस्टम भी दोषी है?
A shocking incident occurred in Jaipur, Rajasthan, where a labor inspector was shot dead by his brother-in-law during a morning walk. The accused, Ajay Kataria, who serves in the RAC 12th Battalion, used an SLR rifle to fire multiple rounds at Shankar Lal, leading to his instant death. The reason behind the murder is reported to be a domestic dispute involving a broken engagement. After the incident, the accused surrendered at the Phulera police station, leaving authorities and locals stunned. This case has raised serious questions about mental health, police accountability, and gun safety.