रीवा जिले की एक महिला थाना प्रभारी सोशल मीडिया पर रील बनाकर चर्चा में आ गईं। सगरा थाने की टीआई अंकिता मिश्रा ने थाने के भीतर फिल्म ‘आरजू’ के मशहूर रोमांटिक गाने ‘अब तेरे दिल में हम आ गए’ पर रील बनाई। वर्दी में शूट की गई यह रील सोशल मीडिया पर वायरल होते ही आलोचना का विषय बन गई।
वीडियो में थाना परिसर के भीतर, वर्दी में रील बनाते देखे जाने पर लोगों ने पुलिस की गरिमा पर सवाल उठाए। कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने यह तक कह डाला कि उन्हें पुलिस की नौकरी छोड़कर एक्टिंग करनी चाहिए।
यह है एमपी के रीवा की पुलिस। सगरा थाना प्रभारी अंकिता मिश्रा थाने में बैठकर रील बना रहीं है। आप खुद सुनिए… Ab Tere Dil Mein Hum Aa Gaye. @DrMohanYadav51 @DGP_MP @ips_kmak pic.twitter.com/XXMXxu0eDL
— vipin tiwari (@vipintiwari76) July 6, 2025
मामला जब IG गौरव राजपूत के संज्ञान में आया तो उन्होंने तुरंत इस पर सख्ती दिखाई। उन्होंने रीवा ज़ोन के सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि अब कोई भी पुलिसकर्मी वर्दी, थाना परिसर, हथियार या पुलिस वाहन का इस्तेमाल करते हुए रील नहीं बनाएगा। आदेश में यह भी साफ किया गया है कि अगर कोई नियम का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
IG ने कहा – “पुलिस अनुशासन का विभाग है, और ऐसी गतिविधियां विभाग की गरिमा और जनता की नजर में पुलिस की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं। रीवा, सीधी, सतना, मैहर, सिंगरौली और मऊगंज के सभी पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया जाता है कि वे किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत या मनोरंजक पोस्ट वर्दी में सोशल मीडिया पर साझा न करें।”
अब पुलिस विभाग पूरी तरह सतर्क है और रील बनाने जैसे शौक पर रोक लग गई है। यह मामला एक बार फिर इस बात को दर्शाता है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने की चाह कैसे एक जिम्मेदार पद पर बैठे अफसर को मुश्किल में डाल सकती है।
A viral Instagram reel featuring a lady cop from Rewa, Madhya Pradesh, has triggered strict action by the IG of the Rewa Zone. The reel, filmed in police uniform inside the station premises, sparked public criticism and forced the IG to ban all forms of police-related reels on social media. This move affects all districts including Rewa, Sidhi, Satna, Singrauli, and others. The incident involving Ankita Mishra shows the growing clash between social media trends and professional discipline in police departments.