LPG Cylinder Price Hike by ₹50: New Rate ₹853 from April 8
एलपीजी सिलेंडर के दामों में 50 रुपये की बढ़ोतरी: आम आदमी की जेब पर फिर पड़ा बोझ
AIN NEWS 1: देश में महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों को अब रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में एक और झटका लगा है। एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में ₹50 की वृद्धि की गई है। यह नई कीमतें 8 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो जाएंगी। इस बढ़ोतरी के बाद बिना सब्सिडी वाला घरेलू एलपीजी सिलेंडर अब ₹853 में मिलेगा, जो पहले ₹803 में उपलब्ध था।
आम आदमी की जेब पर सीधा असर
यह बदलाव ऐसे समय में किया गया है जब महंगाई पहले से ही चरम पर है। खाने-पीने की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं, और अब रसोई गैस की कीमत में यह इजाफा आम आदमी की जेब पर और बोझ बढ़ा देगा। घरेलू बजट पहले से ही डगमगा रहा है और इस बढ़ोतरी से रसोई खर्च में और इजाफा होगा।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को भी असर
इस बार की बढ़ोतरी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लाभार्थियों पर भी लागू होगी। उज्ज्वला योजना के तहत लाभ पाने वाले लोगों को पहले एक सिलेंडर के लिए ₹500 चुकाने पड़ते थे, लेकिन अब उन्हें ₹550 देने होंगे। इसका मतलब यह है कि सरकार ने सब्सिडी वाले सिलेंडरों की कीमतों में भी बढ़ोतरी की है।
पेट्रोल और डीजल पर भी बढ़ा उत्पाद शुल्क
एलपीजी के साथ-साथ सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर भी उत्पाद शुल्क (Excise Duty) बढ़ा दिया है। पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क ₹2 बढ़ाकर ₹13 प्रति लीटर और डीजल पर ₹10 प्रति लीटर कर दिया गया है। हालांकि इस बदलाव का खुदरा कीमतों पर क्या असर पड़ेगा, यह अभी साफ नहीं है। तेल कंपनियों और सरकारी सूत्रों का मानना है कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में हाल की गिरावट के चलते शायद पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
तेल कंपनियों को घाटे से उबारने की कोशिश
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि यह मूल्य वृद्धि तेल कंपनियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए की गई है। पिछले कुछ वर्षों में सब्सिडी देने के कारण तेल कंपनियों को ₹43,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। अब सरकार का उद्देश्य इस घाटे को कम करना है, ताकि कंपनियों की आर्थिक स्थिति सुधर सके।
पुरी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह मूल्य परिवर्तन समय-समय पर होते रहते हैं और आमतौर पर हर 2 से 3 हफ्तों में कीमतों की समीक्षा होती है।
महंगाई के दौर में बोझ और बढ़ा
देश में पहले से ही सब्जियों, दालों, खाद्य तेल और अनाज की कीमतें काफी ज्यादा हैं। ऐसे में एलपीजी की कीमत में यह 50 रुपये की बढ़ोतरी उन लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई है जो सीमित आय में अपना घर चला रहे हैं। खासकर ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के परिवार इस बदलाव से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
उद्योग विशेषज्ञों की राय
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय तेल कंपनियों को राहत देने वाला हो सकता है, लेकिन आम उपभोक्ता के लिए यह भारी पड़ने वाला है। पहले ही महंगाई से जूझ रहे लोग अब गैस सिलेंडर के लिए और ज्यादा भुगतान करेंगे, जिससे उनका मासिक बजट प्रभावित होगा।
सरकार की सफाई
सरकार ने यह भी कहा है कि उपभोक्ताओं पर बोझ डालना सरकार का उद्देश्य नहीं है। यह कदम केवल तेल कंपनियों को घाटे से उबारने के लिए उठाया गया है। सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी और बाजार मूल्य के अंतर को संतुलित करने के लिए यह निर्णय जरूरी था।
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि निश्चित रूप से आम आदमी के लिए चिंता का विषय है। खासकर जब महंगाई की मार पहले से ही जेब पर भारी पड़ रही हो। हालांकि सरकार का तर्क है कि यह कदम आवश्यक था, लेकिन इसका प्रभाव सीधे तौर पर आम लोगों के जीवन स्तर और घरेलू बजट पर पड़ेगा।
अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में सरकार इस बढ़ोतरी के असर को कम करने के लिए क्या कदम उठाती है। फिलहाल तो यह साफ है कि रसोई का खर्च बढ़ गया है और आम आदमी को अपने मासिक बजट में बदलाव करना पड़ेगा।
The LPG cylinder price has been increased by ₹50, making the new rate ₹853 effective from April 8, 2025. This LPG price hike impacts both PMUY beneficiaries and general consumers, raising concerns about rising kitchen expenses amid ongoing inflation. As petrol and diesel excise duties also go up, household budgets are expected to be further strained. The revised LPG cylinder rate reflects the government’s attempt to offset the ₹43,000 crore loss faced by oil marketing companies due to subsidised gas prices. Stay updated with the latest LPG gas news in India.