AIN NEWS 1: 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का सीधा असर अब मां वैष्णो देवी यात्रा पर देखने को मिल रहा है। इस हमले के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है। जहां पहले प्रतिदिन 30,000 से 35,000 श्रद्धालु कटड़ा पहुंचते थे, अब यह संख्या घटकर मात्र 12,000 से 15,000 के बीच रह गई है। यह गिरावट स्थानीय व्यापार और रोजगार पर भी असर डाल रही है।
कटड़ा में पसरा सन्नाटा
मां वैष्णो देवी यात्रा का आधार शिविर कटड़ा आमतौर पर श्रद्धालुओं से भरा रहता था, लेकिन अब यहां सन्नाटा पसरा है। यात्रा मार्ग पर इक्का-दुक्का श्रद्धालु ही नजर आ रहे हैं। होटल, रेस्टोरेंट, दुकानें और यात्रा से जुड़े सभी कारोबार प्रभावित हो गए हैं।
कटड़ा होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश वजीर के अनुसार, श्रद्धालुओं द्वारा 60% से 70% तक एडवांस बुकिंग रद्द कर दी गई है। इस स्थिति ने होटल उद्योग को तगड़ा झटका दिया है।
मजदूरों की हो रही वापसी
यात्रा मार्ग पर घोड़ा, पिट्ठू और पालकी सेवा देने वाले मजदूरों पर भी संकट गहराता जा रहा है। मजदूरों का कहना है कि जब श्रद्धालु ही नहीं आ रहे तो उन्हें काम कहां से मिलेगा।
माहौर के घोड़ा चालक अब्दुल नजीर, रामबन के पिट्ठू मजदूर रंजीत और राजौरी के पालकी चालक नजीर अहमद जैसे कई लोग अब अपने घरों को लौटने लगे हैं। वे कहते हैं कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे, वे फिर लौट आएंगे।
यात्रा सुरक्षित, पर श्रद्धालु डरे हुए
प्रशासन लगातार यह संदेश दे रहा है कि जम्मू संभाग और विशेषकर वैष्णो देवी यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं और यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है।
फिर भी भारत और पाकिस्तान के बीच बने तनावपूर्ण हालात और युद्ध जैसे माहौल के कारण श्रद्धालु यात्रा से कतरा रहे हैं।
यात्रा के आंकड़े चिंताजनक
22 अप्रैल को जब आतंकी हमला हुआ था, उस दिन करीब 29,000 श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए पहुंचे थे। वहीं 28 अप्रैल को यह संख्या घटकर 14,404 हो गई और 29 अप्रैल को दोपहर 3 बजे तक केवल 9,100 श्रद्धालु ही भवन की ओर रवाना हुए थे।
स्थानीय व्यापारियों की चिंता
कटड़ा के दुकानदारों और व्यापारियों का कहना है कि जब तक हालात सामान्य नहीं होंगे, तब तक स्थिति में सुधार की उम्मीद नहीं की जा सकती। दुकानें खाली पड़ी हैं और पर्यटक नदारद हैं।
हालांकि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है और यात्रा सुरक्षित है, लेकिन डर का माहौल श्रद्धालुओं को यात्रा से रोक रहा है। प्रशासन और स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही हालात सामान्य होंगे और मां वैष्णो देवी का दरबार एक बार फिर श्रद्धालुओं की भीड़ से गुलजार होगा।
The recent Pahalgam terror attack has led to a significant decline in the Maa Vaishno Devi Yatra, with daily footfall dropping from 30,000–35,000 to just 12,000–15,000 pilgrims. This has severely impacted Katra tourism, hotels, and local workers such as pony handlers and porters. Despite strict security arrangements and assurances of Jammu travel safety, many devotees are cancelling their bookings. This situation continues to affect the Vaishno Devi pilgrimage and the local economy until conditions improve.