AIN NEWS 1: मध्य प्रदेश के छतरपुर में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर सियासत गर्मा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट करते हुए छतरपुर में हुई घटना और उसके बाद की गई बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।
https://x.com/digvijaya_28/status/1826996836181463139
दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में कहा कि वे छतरपुर में थाने पर पथराव की घटना का समर्थन नहीं करते। हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि हाजी शहबाज़ अली के मकान को ज़मींदोज़ करने और उनकी गाड़ियों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई भी संदेहास्पद है। दिग्विजय ने लिखा कि भाजपा नेता जिस घटना को पत्थरबाजी से जोड़ रहे हैं, वहीं स्थानीय कलेक्टर उसे अवैध निर्माण का मामला बता रहे हैं। इस प्रकार प्रशासन और राजनीतिक नेताओं के बयानों में स्पष्ट विरोधाभास है।
उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में कानूनी सवाल भी उठते हैं कि किसी व्यक्ति का घर बिना उचित कानूनी प्रक्रिया के कैसे तोड़ा जा सकता है। दिग्विजय सिंह ने प्रश्न उठाया कि क्या देश में न्यायालय की भूमिका समाप्त हो गई है, और क्या अब स्थानीय पुलिस और सांसद ही कानूनी फैसले लेने के लिए जिम्मेदार हो गए हैं।
उल्लेखनीय है कि छतरपुर में पत्थरबाजी की घटना के बाद भाजपा नेता और स्थानीय सांसद ने तुरंत प्रतिक्रिया दी थी और पत्थर फेंकने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की थी। इसके बाद हाजी शहबाज़ अली के मकान और गाड़ियों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की गई, जिसने विवाद को और बढ़ा दिया है। दिग्विजय सिंह ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई से न्याय और कानून की प्रक्रिया पर संदेह उत्पन्न होता है।
इस प्रकार, दिग्विजय सिंह के बयान ने छतरपुर हिंसा के मामले में नई राजनीति को जन्म दिया है और इस पर एक बार फिर से चर्चा तेज कर दी है।