महा कुंभ 2025: प्रयागराज में स्वामी चिदानंद सरस्वती ने किया यज्ञ, अमित शाह के स्वागत की तैयारियां
Maha Kumbh 2025: Amit Shah’s Visit to Prayagraj and Special Yagya at Parmarth Niketan
AIN NEWS 1: प्रयागराज में महा कुंभ 2025 के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने महा कुंभ को दिव्य और विशाल बताते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “यह कुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह मानवता को जोड़ने और नई ऊर्जा देने का माध्यम है।”
अमित शाह के आगमन से उत्साह
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने जानकारी दी कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महा कुंभ 2025 के इस पवित्र आयोजन में भाग लेने प्रयागराज आ रहे हैं। उनके आगमन से पहले परमार्थ निकेतन आश्रम में विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया। इस यज्ञ में उनकी सुरक्षित यात्रा, लंबी आयु और महा कुंभ के सफल आयोजन के लिए प्रार्थना की गई।
स्वामी जी ने अमित शाह के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा, “अगर वे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साथ न होते, तो धारा 370 कभी नहीं हटती। उनके नेतृत्व में कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं, जो देश को नई दिशा दे रहे हैं।”
महा कुंभ: आस्था, संस्कृति और परंपरा का संगम
महा कुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर पवित्र स्नान करेंगे। कुंभ का यह आयोजन भारत की संस्कृति, परंपराओं और आध्यात्मिकता का जीवंत उदाहरण है। कुंभ के दौरान विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें देश-विदेश के संत, महात्मा और श्रद्धालु भाग लेंगे।
सुरक्षा और प्रशासन की तैयारी
महा कुंभ को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन ने विशेष योजना बनाई है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए हाईटेक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है।
धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व
कुंभ मेले का धार्मिक महत्व तो है ही, साथ ही यह भारत की ऐतिहासिक धरोहर और विश्व में सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करता है। स्वामी चिदानंद सरस्वती का कहना है, “महा कुंभ न केवल आत्मा को शुद्ध करता है, बल्कि यह समाज में शांति, एकता और सद्भावना का संदेश भी देता है।”
The Maha Kumbh 2025 in Prayagraj, Uttar Pradesh, is set to be a grand celebration of spirituality and culture. Parmarth Niketan Ashram President Swami Chidanand Saraswati highlighted the divine significance of this mega event. Ahead of Union Home Minister Amit Shah’s visit, a special ‘yagya’ was performed, praying for his safe journey, long life, and the success of the Maha Kumbh. This sacred gathering symbolizes India’s cultural richness and historical importance, attracting millions of devotees and global attention.