महाकुंभ 2025 विवाद: मुसलमानों को रोकने पर संभल सांसद ने दी चेतावनी, भाईचारे को बनाए रखने की अपील?

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AIN NEWS 1: प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के हालिया फैसले के बाद इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। परिषद ने निर्णय लिया है कि महाकुंभ के दौरान आयोजन स्थल पर गैर-सनातनी दुकानदारों को दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस फैसले पर संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे समाज को बांटने वाला कदम बताया और सरकार से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

अखाड़ा परिषद का विवादित फैसला

महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने महाकुंभ के दौरान गैर-सनातनी दुकानदारों को दुकान लगाने से रोकने की बात कही है। परिषद का कहना है कि आयोजन स्थल पर केवल सनातनी धर्म से जुड़े लोग ही अपनी दुकानें लगा सकेंगे।

सांसद जियाउर्रहमान बर्क का विरोध

सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए इसे संविधान का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम समाज में वैमनस्य बढ़ाएगा और भाईचारे को नुकसान पहुंचाएगा। उन्होंने कहा, “अगर हिंदू समाज ऐसा करेगा तो मुस्लिम समाज भी जवाबी कदम उठाएगा। मुसलमान भी अपने उर्स, मेलों और दरगाहों पर हिंदुओं को दुकान लगाने से रोक सकते हैं। यह परंपरा दोनों तरफ से लागू होगी।”

भाईचारे को नुकसान पहुंचाने की चेतावनी

सांसद बर्क ने स्पष्ट किया कि वह इस तरह की परंपराओं के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, “हमारे समाज का आपसी भाईचारा टूटना नहीं चाहिए। अगर इस तरह की परंपरा शुरू होगी तो यह एकतरफा नहीं होगी। हिंदू समाज अगर इसकी शुरुआत करेगा, तो मुस्लिम समाज भी ऐसा ही करेगा।”

सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग

सांसद ने उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस विवादित फैसले पर सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, “इस तरह के बयान और निर्णय समाज को बांटने वाले हैं। सरकार को ऐसे तत्वों के खिलाफ तत्काल कदम उठाने चाहिए ताकि समाज में शांति और भाईचारा बना रहे।”

संविधान का उल्लंघन बताया

सांसद ने अखाड़ा परिषद के फैसले को भारतीय संविधान का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा, “भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और इस तरह की मानसिकता संविधान के खिलाफ है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है। अगर सरकार वास्तव में चिंतित है तो उसे ऐसे फैसलों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”

समाज को जोड़ने की अपील

जियाउर्रहमान बर्क ने समाज को जोड़ने और भाईचारा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस तरह की परंपराएं समाज में विभाजन की शुरुआत करती हैं। “आज अगर हिंदू समाज ऐसा कर रहा है, तो कल मुस्लिम समाज भी ऐसा करेगा। यह समाज के लिए हानिकारक है और इसे रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।”

महाकुंभ 2025 को लेकर यह विवाद सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक और संवैधानिक दृष्टिकोण से भी गंभीर मुद्दा बन गया है। सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने इस विवाद पर सख्त रुख अपनाते हुए सभी से भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। सरकार को इस मामले में जल्द ही कोई कदम उठाना होगा ताकि समाज में शांति बनी रहे।

 

 

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